जिम्मेदार कौन.? राजा भईया ने कराई शिकायत दर्ज कैसे हो जेलों की सुरक्षा
जयपुर। राजस्थान प्रदेश के जेल विभाग में कुल 1116 स्वीकृत पद वर्षों से रिक्त पड़े होने का आरटीआई के माध्यम से खुलासा करते हुऐ हिंदुस्तान शिवसेना के राष्ट्रीय प्रमुख और दिल्ली हाई कोर्ट के एडवोकेट राजेन्द्रसिंह तोमर राजा भईया ने एक बार फिर से सनसनी फैला दी है,और इस सन्दर्भ में उन्होंने प्रदेश के गृह विभाग ग्रुप 12 के प्रधान सचिव, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष तथा कारागार विभाग के महानिदेशक और महानिरिक्षक महोदय को शिकायतें भी दर्ज कराई हैं आज पत्रकारों को आरटीआई से प्राप्त सूचनाओं की एवं रजिस्टर्ड पोस्ट से उपरोक्त अधिकारियों को भेजी गई शिकायतों की प्रतियां देते हुऐ एडवोकेट राजा भईया ने बताया कि जेल विभाग में राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत जेल डीआईजी के तीन पदों में से एक पद रिक्त है अधीक्षक ग्रेट वन के ग्यारह पदों में से तीन पद रिक्त हैं अधीक्षक ग्रेट टू के अठारह पदों में से ग्यारह पद रिक्त हैं उपाधीक्षक के 36 पदों में से 13 पद रिक्त हैं, कारापाल के स्वीकृत 76 पदों में से 19 पद रिक्त हैं उप कारापाल के 188 पदों में से 84 पद रिक्त हैं मुख्य प्रहरी के 613 पदों में से 143 पद रिक्त हैं और जेल प्रहरी के 2907 पदों में से 842 पद रिक्त हैं यानी कुल 1116 पद वर्षों से रिक्त पड़े हैं जबकि उप कारापाल के 24 पदों पर सीधी भर्ती करने हेतु गृह विभाग ग्रुप 12 की तत्कालीन संयुक्त सचिव सौम्या झा के पत्र दिनांक 31/03/2024 के अनुसार श्रीमान डीजी महोदय कारागार को इन पदों पर नियमानुसार भर्ती किए जाने की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान की जा चुकी है फिर भी आज तक जेल मुख्यालय की उदासीनता के कारण इन पदों पर भी भर्ती कर नई नियुक्तियां नहीं की गई है, जबकि पूरे प्रदेश की जेलों में विचाराधीन बंदी व सजा प्राप्त कैदी हजारों की संख्या में निरूद्ध हैं इनके अतिरिक्त जेलों में सैकड़ों खूंखार गैंगस्टर, आदतन अपराधी,नशा तस्कर व आतंकवादी भी निरूद्ध हैं ऐसे में इतने बड़े पैमाने पर जेल अधिकारियों व कर्माचारियों की नियुक्ति ना होना एक गम्भीर मामला व गैर कानूनी तथा गैर जिम्मेदाराना कार्य है जेल में बंद इन बंदियों को अनुशासित तरीके से संभालने उनकी सुरक्षा करने के अतिरिक्त जेल के अधिकारियों व कर्माचारियों के ऊपर अन्य शासन, प्रशासन कोर्ट व जेल के सैकड़ों कार्य करने की भी जिम्मेदारी होती है इतनी बड़ी संख्या में जेल विभाग में इतने सारे पद रिक्त होना जेलों की व बंदियों की सुरक्षा के लिऐ भी घातक है इन रिक्तियों से प्रदेश की जेलों में कार्यरत जेल कर्माचारियों पर भी अत्यधिक काम का बोझ रहता है जिससे वह लोग व इनके परिजन भी मानसिक व शारिरिक पीड़ा झेलने को मजबूर हैं, जेल विभाग जैसे अतिसंवेदनशील विभाग में इस तरह की उदासीनता व लापरवाही के लिऐ आखिर कौन कौन अधिकारी जिम्मेवार हैं ? राजा भईया ने इस बाबत उपरोक्त अधिकारियों को शिकायत पत्र भेज जल्द से जल्द इन रिक्त पड़े स्वीकृत पदों पर नियमानुसार भर्ती कर जनहित व न्यायहित में नई नियुक्तियां करने की मांग की है। इससे पहले वह प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत पुलिस विभाग में भी आरटीआई के माध्यम से सूचना जुटा कर पुलिस में भी लगभय 17,901 भिन भिन रैंकों के रिक्त पड़े पुलिस कर्मियों के पदों को भरने व नियुक्ति करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित गृह विभाग ग्रुप वन के प्रधान सचिव व पुलिस महानिदेशक महोदय को शिकायतें दर्ज करा चूके हैं,अब देखना होगा कि संबंधित अधिकारी इस ओर कब तक और कितने प्रभावी कदम उठाते हैं।