भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) सनाढ्य समाज सेवा समिति, भीलवाड़ा द्वारा शास्त्रीजी की जन्मभूमि पर लालबहादुर शास्त्री साहित्य रत्न सम्मान से अलंकृत किए जाने के उपलक्ष्य में रविकान्त सनाढ्य का अभिनंदन किया। सनाढ्य को यह सम्मान मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच (मगसम) द्वारा इनकी साहित्यिक सेवाओं के मद्देनजर दिया गया। मगसम का राष्ट्रीय ग्रामीण साहित्य महोत्सव 5 मार्च से 13 मार्च तक चन्दौली जिला उ.प्र. के रेवसा गाँव में संपन्न हुआ जिसमें देश के 69 जाने माने साहित्यकारों ने भाग लिया। सनाढ्य को उत्तरप्रदेश में पदक, सम्मानपत्र, स्मृतिचिह्न, अंगवस्त्र और साफा पहनाकर सम्मानित किया गया। सनाढ्य समाज सेवा समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र सनाढ्य ने बताया कि समाज के सदस्यों ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें माला और पगड़ी पहना कर सम्मानित किया। लालबहादुरशास्त्री साहित्यरत्न सम्मान विश्व स्तर पर उत्कृष्ट लेखन के क्षेत्र में 5000 ग्रीनकार्ड प्राप्त करनेवाले साहित्यकार को दिया जाता है। यह उपलब्धि संपूर्ण सनाढ्य के लिए गौरव का विषय है।