संगम विश्वविद्यालय शैक्षणिक गतिविधियों में राजस्थान में अग्रणी : प्रो. करुणेश
भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) संगम विश्वविद्यालय भीलवाड़ा के द्वारा सत्र 2023 24 में बहुत बड़ी उपलब्धियां हासिल की गई है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया की भारत के आईआईआरएफ रैंकिंग में सेतिसवां और राजस्थान में तीसरा स्थान के गौरव से गौरवान्वित संगम विश्वविद्यालय अब सभी क्षेत्रों में राजस्थान का सिरमौर बन गया है। कुलपति सक्सेनाने बताया की “भारत ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व आज शिक्षा के क्षेत्र में नित नयी चुनौतियों से जूझ रहा है, अतः इस स्थिति में शिक्षाविदों को शिक्षा के क्षेत्र मेंनवचार करना अत्यन्त आवश्क हो जाता है। नए सत्र से बीएससी नर्सिंग तथा बीएससी जीएनएम कोर्स को इसी सत्र 2024-25 से मान्यता दी गई है। अब भीलवाड़ा के छात्र छात्राएं सभी सुख सुविधा एवं विकल्पों से पूर्ण लैब, 100 बेड हॉस्पिटल आदि में नर्सिंग की ट्रेनिंग विश्वविद्यालय द्वारा प्राप्त कर सकेंगे। संगम विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम जैसे फिजियोथेरेपी, शिक्षा प्रौद्योगिकी में एमए, शिक्षा नेतृत्व में पीजीडिप्लोमा, गाइडेंस और काउंसलिंग में डिप्लोमा, संगम ग्रुप द्वारा सपोर्टिंग टैक्टाइल डिप्लोमा जैसे पाठ्यक्रम इस नवीन सत्र 2024-25 से प्रारम्भ किये जा रहे हैं। प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर मानस रंजन पानीगाही ने बताया कि संगम विश्वविद्यालय ने शोध में एकऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त करी है जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय की फैकल्टी ने 100 से अधिक पेटेंट पब्लिश किए है। नए पाठ्क्रम से विद्यार्थी शिक्षा क्षेत्र में शैक्षणिक, प्रशासनिक और प्रबंधकीय पेशेवरों को शैक्षिक नेतृत्व के महत्वपूर्ण आयामों को समझने और कौशल, दक्षता दृष्टिकोण विकसित करने के लिए तैयार हो जाता है, जो शिक्षा जगत में मुखिया के रूप में सशक्त बना सकता है ताकि वे अपने संस्थानों और संगठनों को मजबूत करसकें और समाज को विकास की ओर ले जाने के लिए शिक्षा प्रणाली को बदलने के लिए नए रास्तेप्रशस्त कर सकें। एनईपी 2020 के विशेष संदर्भ में शैक्षिक समाज की वर्तमान आवश्यकताओं को क्रियान्वित करना है। इस अवसर पर प्रो.आर के सोमानी, प्रो. प्रीति मेहता, प्रो. के के शर्मा, डॉ. विकास सोमानी, डाॅ. मनोज कुमावत, डाॅ. अमित जैन, डाॅ. अनुराग शर्मा सहित विश्वविद्यालय स्टाॅफ के कई सदस्य उपस्थित रहे। अंत में रजिस्ट्रार प्रो राजीव मेहता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन पीआरओ डाॅ. राजकुमार जैन ने किया।