विद्यार्थियों को तकनीक तथा समय के अनुसार अपने आप को परिवर्तित करना चाहिए: रामपाल सोनी
संगम विश्वविद्यालय का दशम दीक्षांत समारोह संपन्न, गोल्ड मेडल पाकर आनंदित हुए विधार्थी, 784 विद्यार्थियों को डिग्री एवं सर्टिफिकेट वितरित
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) संगम विश्वविद्यालय में 09 फरवरी को दशम दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता रामपाल सोनी, चेयरमैन, संगम समूह, मुख्य अतिथि भुवन चंद्र पाठक, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एनपीसीआईएल, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार तथा दीक्षांत भाषण अतिथि प्रो जीडी शर्मा,अध्यक्ष भारतीय विश्वविद्यालय संघ नई दिल्ली रहे। रजिस्ट्रार प्रोफेसर राजीव मेहता ने सर्वप्रथम सभी छात्र छात्राओं को सत्य, निष्ठा, ईमानदारी की शपथ दिलाई। मुख्य अतिथि भुवन चंद्र पाठक, अध्यक्ष एनपीसीआईएल भारत सरकार ने सभी डिग्री लेने आए छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी तथा साइंस एवं टेक्नोलॉजी की प्रगति एवं संगम विश्वविद्यालय के जो छात्र चंद्रयान-3 की सफलता में सहयोग दिया है, उनसे काफी अपेक्षा एवं तकनीक में योगदान देने के लिए तथा क्लाइमेट परिवर्तन के प्रभाव को बताया। दीक्षांत भाषण में अतिथि प्रो. जीडी शर्मा, अध्यक्ष भारतीय विश्वविद्यालय संघ नई दिल्ली ने बदलते हुए युग में युवाओं को तैयार रहने के लिए कहा। नवीन आईटी तकनीक, चैट जीपीटी के साथ नवीन शिक्षा नीति 2020 पर अपने विचार रखे। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी का हमेशा संगम विश्वविद्यालय को सहयोग देने का आश्वाशन दिया। अध्यक्षीय उद्बोधन में रामपाल सोनी ने सभी विद्यार्थियों को कहा कि विद्यार्थियों को तकनीक तथा समय के अनुसार अपने आप को परिवर्तित करना चाहिए तथा अपने मूल सिद्धांतों को हमेशा याद रखना चाहिए। उन्होंने सफल आयोजन के लिए संगम विश्वविद्यालय परिवार तथा कुलपति प्रोफेसर करने सक्सेना का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रो वीसी प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर संगम ग्रुप लके वाइस चेयरमैन डॉ एसएन मोदानी, मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराग सोनी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर वीके सोडाणी, एसडीएम भीलवाड़ा आईएएस अवध एन सोमनाथ उपस्तिथ थे। संचालन डाॅ. सीमा काबरा, नेहा सबरवाल द्वारा किया गया। जनसंपर्क अधिकारी डाॅ. राजकुमार जैन ने बताया की दीक्षांत कार्यक्रम से पूर्व अतिथियों को एनसीसी गार्ड दिया गया तथा प्रोसेशन के साथ कार्यक्रम स्थल तक लाया गया। समारोह के संयोजक प्रो. विनेश अग्रवाल ने सफल आयोजन केलिए टीम सदस्यों का आभार जताया।
विश्वविद्यालय की उपलब्धियां के बारे दी जानकारी
कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा उन्होंने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक, गैर शैक्षणिक, शोध, खेलकूद, एनसीसी एनएसएस आदि उपलब्धियां के बारे में सभा को अवगत कराया। परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर जग भूषण शर्मा ने परीक्षा एवं डिग्री के बारे में बताया कि इस बार डिग्री में विभिन्न सिक्योरिटी डिजिटल फीचर उपलब्ध कराए गए है।
784 विद्यार्थियों को डिग्री एवं सर्टिफिकेट वितरित
विश्वविध्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने बताया की दशवे दीक्षांत समारोह में कुल 29 पीएचडी की डिग्री, 01 पोस्ट डॉक्टरेट, 25 टॉपर्स को गोल्ड मैडल, यूजी, पीजी डिग्री सहित कुल 560 छात्र छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई तथा इसी के साथ डिप्लोमा, पीजीडीसीए, डी फार्मा सर्टिफिकेट सहित कुल 784 विद्यार्थियों का दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर अवलोकन, प्लेसमेंट ब्रोशर, अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस स्मारिका का विमोचन, इंडिया बुक रिकॉर्ड सम्मान आदि अतिथियों द्वारा किया गया।