पूर्व सरपंच मोहन रारह ने सीएम का जताया आभार
भरतपुर|सरपंच संघ जिला भरतपुर द्वारा राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान के सभी सरपंचों एवं बार्ड पंचों का जन हित में कार्यकाल बढा कर ऐतिहासिक सौगात देने पर मुख्यमंत्री निवास भरतपुर में सरपंच संघ के जिला संयोजक मोहन रारह के नेतृत्व में एवं सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार की अध्यक्षता में भरतपुर एवं डीग जिले के सरपंचों ने मिठाई खिलाकर एवं आतिशवाजी कर माननीय मंख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी एवं ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर जी एवं श्री किरोडी लाल मीणा जी सहित राजस्थान सरकार के सभी मंत्री एवं विधायकों का आभार व्यक्त किया एवं भरतपुर में माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के पिता जी बौहरे श्री किशन लाल शर्मा जी को साफा बांधकर एक दुपट्टा पहनाकर सभी सरपंचों ने अभिन्नदन कर आभार जताया।
मोहन रारह ने बताया राजस्थान में सरपंचों का कर्यकाल जनवरी माह में पूरा हो रहा है वर्तमान परिपेक्ष्य में ग्राम पंचायत एवं पंचायत समितियों का पुनर्गठन का कार्य चल रहा है। राजस्थान सरकाकर वन स्टेट वन इलेक्शन की ओर आगे बढ रही है। इसलिए माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा जनहित में ऐतिहासिक फैसला लेकर राजस्थान के सभी सरपंचों एवं वार्ड पंचों का कार्यकाल बढाकर वर्तमान सरपंचों को प्रशासक नियुक्त करने एवं उप सरपंच एवं वार्ड पंच को वार्ड मेम्वर बनाने की सौगात देकर ऐतिहासिक काम किया है जिससे राजस्थान के सभी सरपंचों एवं वार्ड पंचो में खुशी की लेहर है। राजस्थान में ग्रामीण विकास पंचायतीराज के सभी जन प्रतिनिधियों ने भजनलाल सरकार के इस फैसले का स्वागत किया और हर्ष जताया है। जिससे ग्राम पंचायतों में विकास कार्य सुचारू रूप से चलेंगे और केन्द्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर जन-जन तक पहुँचाने का कार्य करेंगे।राज्य सरकार द्वारा, राज्य की ऐसी ग्राम पंचायतें जिनका कार्यकाल दिनांक 31.01.2025 तक समाप्त हो रहा है तथा उनके चुनाव अपरिहार्य कारणों से सम्पन्न नहीं हो पा रहे है ऐसी समस्त ग्राम पंचायतों में संबंधित ग्राम पंचायत के निवर्तमान सरपंच को प्रशासक नियुक्त करने एवं ग्राम पंचायतों के कार्यकलापों के सुचारू संचालन की दृष्टि से प्रशासक की सहायतार्थ प्रत्येक ऐसी ग्राम पंचायत के लिए प्रशासकीय समिति का गठन किये जाने का निर्मण लिया गया है। इस प्रशासकीय समिति में ग्राम पंचायत का कार्यकाल समाप्त होने से पूर्व वे व्यक्ति जो संबंधित ग्राम पंचायत के उप सरपंच एवं वार्ड पच रहे हैं, सदस्य बनाये जायेंगे। प्रशासक द्वारा उक्त अधिनियम व संबद्ध नियमों में वर्णित समस्त शक्तियों और कर्तव्यों का प्रयोग और पालन प्रशासकीय समितियों की बैठक में परामर्श उपरान्त किया जायेगा। राजस्थान पंचायती राज अधिनियम, 1994 एवं राजस्थान पंचायती राज नियम, 1996 के तहत ग्राम पंचायत के खातों (ठंदा ।बबवनदजे) का संचालन व वित्तीय शक्तियों का प्रयोग प्रशासक (निवर्तमान सरपंच) एवं सम्बन्धित ग्राम विकास अधिकारी द्वारा किया जायेगा। प्रशासक एवं प्रशासकीय समिति की कार्यवधि नवनिर्वाचन के पश्चात गठित ग्राम पंचायत की प्रथम बैठक की तारीख के ठीक पूर्ववर्ती दिन तक रखने का ऐतिहासिक फैसला राजस्थान सरकार ने जनहित में लिया है। सभी सरपंच इस फैसले का स्वागत करते हैं और आभार व्यक्त करते हैं। सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार ने राजस्थान सरकार का फैसले का स्वागत करते हुए कहा ये फैसला जनता के हित में एवं ग्रामीण विकास को गति देने वाल फैसला है राजस्थान के सभी जन प्रतिनिधियों में हर्ष है। इस अवसर पर नदबई सरपंच संघ ब्लॉक अध्यक्ष सुजान सिंह, रूपबास सरपंच संघ ब्लॉक संयोजक उदयभान शर्मा, उच्चैन सरपंच संघ ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष हरस्वरूप शर्मा, सेवर सरपंच संघ ब्लॉक अध्यक्ष रणधीर सिंह, सरपंच संघ जिला प्रवक्ता ओमवीर पूनियां, बिरहरू सरपंच अनुरूद्ध सिंह, भटावली सरपंच पुष्पेन्द्र बनी, तालफरा सरपंच विनोद सिंह, रीठोठी सरपंच पवन सिंह, थैरावर सरपंच हरेन्द्र सिंह, हथैनी सरपंच राजकुमार भूरा सिंह, मडरपुर सरपंच बच्चू सिंह, सांतरूक सरपंच मांगे लाल, चिकसाना सरपंच मान सिंह, फुलवारा सरपंच वीरेन्द्र सिह, मोरोली सरपंच राजकुमार, जघीना सरपंच नरेन्द्र सिंह, खेमार सरपंच राम कुमार, सरंपच ताराचन्द, हरप्रशाद कुशवाह, तारा गादौली, नीटू नाम, हरीश करीली, राजेन्द्र गांगरौली, सोहनलाल, भूदेव मूडता, जीतेन्द्र सिह, भोलू सिंह, मुकेश बिलौठी, दलवीर सिंह, नेत्रपाल सिंह, बहादुर सिंह, प्रेम सिंह मीणा, सुमरन सिंह, सुजान सिंह, दिनेश चन्द्र, सोहनलाल, राजेन्द्र, हरीश, मांगेलाल, विनोद, हरेन्द्र, बच्चू सिंह, ओमवीर सिंह, भुरा, विरेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह, भगवान सिंह, चैन सिंह, राजकुमार सिंह, सुनील, चरन सिंह, उदयभान सिंह, चन्द्रशेखर, सत्यप्रकाश, सोनम शैली, प्रकाश आदि सरपंच उपस्थित रहे।