जिले में संचालित होगा तम्बाकू फ्री यूथ कैम्पेन तम्बाकू फ्री कैम्पस, वार्ड, गांव बनाऐंगे
सवाई माधोपुर 1 जून। जिले में दिवसीय तंबाकू फ्री यूथ कैंपेन का संचालन किया जा रहा है। जिसकी राज्य, जिला व ब्लॉक स्तरीय शुरूआत बुधवार को की जा चुकी है। शुभारंभ 31 मई तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर राज्यस्तर से झालाना स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह व मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने तम्बाकू निषेध विषय से जुड़े पोस्टर एवं ब्रोशर का भी विमोचन किया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि तम्बाकू मुक्ति का यह अभियान निरोगी राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने तम्बाकू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु संचालित की जाने वाली 60 दिवसीय कार्ययोजना में शिक्षा, स्थानीय ग्रामीण एवं शैक्षणिक निकायों के साथ विभिन्न विभागों का सक्रिय सहभागिता पर बल दिया। साथ ही उन्होंने इस 60 दिवसीय कार्ययोजना के दौरान प्रदेश में शहरी व ग्रामीण वार्ड, ग्राम पंचायतों, शैक्षणिक संस्थानों को तम्बाकू मुक्त करने के लिए एक प्रतियोगिता आयोजन जैसे नवाचार संचालित करने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि एक वर्ष में शैक्षणिक संस्थानों को तम्बाकू मुक्त करने एवं जनप्रतिनिनिधियों के सहयोग से बैठकों में तम्बाकू मुक्ति का प्रस्ताव करने की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कोटपा एक्ट के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर चालान कार्यवाही महज प्रतीकात्मक न रहे बल्कि संदेशात्मक होनी चाहिए। उन्होंने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को तम्बाकू नियंत्रण एवं रोकथाम के लिये आमुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित करने पर भी जोर दिया। कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए अधिकारियों एवं कर्मचारी भी मौजूद रहे। फील्ड स्तर पर कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम एवं आशा सहयोगिनियों को भी वीसी के माध्यम से कार्यक्रम से जोड़ा गया। जिले से आईईसी समन्वयक प्रियंका दीक्षित ने कार्यशाला में भाग लिया।
60 दिवसीय कैम्पेन में आयोजित होंगी विभिन्न गतिविधियां:- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना ने बताया कि अभियान के अंतर्गत जिला स्तर पर स्टैकहोल्डर्स की कार्यशाला, शिक्षण संस्थाओं को तंबाकू मुक्त करना, चिकित्सा संस्थानों आंगनवाडियों को तंबाकू मुक्त करना, तंबाकू उपभोगियों की पहचान कर परामर्श व उपचार, डोर टू डोर सर्वे, तंबाकू मुक्ति व उपचार केंद्र की सेवाओं का सुदृढिकरण, चालान कार्यवाही, तंबाकू मुक्त ग्राम, बीडी श्रमिकों का सेंसिटाइजेशन, वाद विवाद प्रतियोगिता, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति, मास के माध्यम से जन जागरूकता, कम्यूनिटि मोबलाइजेशन, मीडिया सेंसेटाइजेशन आदि गतिविधियां की जाऐंगी।