प्रधानाचार्य उन्मुखीकरण कार्यशाला का समापन
सवाई माधोपुर 13 मई। रणथम्भौर रोड़ स्थित उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मन्दिर विवेकानन्दपुरम् में तीन दिवसीय प्रधानाचार्य उन्मुखीकरण कार्यशाला का समापन मंचस्थ अतिथियों के कर कमलों द्वारा माँ सरस्वती एवं माँ भारती के समक्ष तिलकार्चन, माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन करके किया गया।
जिला निरीक्षक एवं प्रचार प्रसार प्रमुख महेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि उन्मुखीकरण कार्यशाला में 125 प्रधानाचार्य व 9 जिला सचिव साधनारत हैं, जिनके प्रशिक्षण हेतु 13 प्रशिक्षण प्रमुख तथा व्यवस्था हेतु 18 प्रबन्धक श्रमरत हैं। प्रान्त सचिव द्वारा मंचस्थ अतिथियों के परिचय कराते हुए शॉल ओढ़ाकर श्रीफल व प्रतीक चिह्न भेंट कर स्वागत अभिनन्दन किया गया। तत्पश्चात् विद्या भारती राजस्थान के क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री गोविन्द कुमार ने बताया कि आदर्श विद्या मन्दिर का प्रधानाचार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार के जैसा कुशल नेतृत्व तथा क्षमता वाला होना चाहिए। अपने सहयोगी को प्रोत्साहित करते हुए आगे बढ़ाने हेतु सतत् प्रयासरत रहना चाहिए। व्यक्तिगत हित की अपेक्षा संगठन हित के कार्यकर्ता को आगे बढ़ाना चाहिये। प्रधानाचार्य प्रधान शिल्पी के समान होता हैं, जो सुदर्शन चक्र का कार्य करता हैं। अखिल भारतीय प्रशिक्षण विभाग के सह संयोजक राममनोहर शर्मा ने कक्षा में पेडागोजी को प्रभावी बनाने, सीखने की क्षमता का विकास करना, विभिन्न विषयों का सामंजस्य बनाना, बालकों को क्रिया आधारित शिक्षण पर जोर देना, नयी तकनीकी द्वारा बालकों को सिखाने, समावेशी शिक्षा के माध्यम से सभी प्रकार के बालकों का शिक्षण कराने आदि पर बल दिया। इस अवसर पर प्रान्त सहमंत्री केसरसिंह नरुका, प्रान्त सचिव अशोक पारीक, प्रान्त संस्कार केन्द्र प्रमुख महीपाल प्रजापत, जिला उपाध्यक्ष मनमोहन दाधीच, जिला व्यवस्थापक कानसिंह सोलंकी, जिला कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र शर्मा, लटूरलाल सैनी, जिला सचिव जगदीश प्रसाद शर्मा आदि उपस्थित रहें।