Gangapur City : शिक्षा विभाग द्वारा नोटिस देने के बावजूद दबंगई के साथ धड़ल्ले से चल रहे निजी शिक्षण संस्थान

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शिक्षा विभाग द्वारा नोटिस देने के बावजूद दबंगई के साथ धड़ल्ले से चल रहे निजी शिक्षण संस्थान

सवाई माधोपुर युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष एवं राजस्थान युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव सुबह सिंह सैमाड़ा के नेतृत्व में एनएसयूआई एवं युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा गंगापुर सिटी विशेष अधिकारी अंजली राजोरिया को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि गंगापुर सिटी मे संचालित निजी शिक्षण संस्थानों (स्कूल, कोचिंग, एकेडमी, लाईब्रेरी, छात्रावास आदि) द्वारा राजस्थान सरकार द्वारा घोषित ग्रीष्मकालीन राजकीय अवकाश के आदेश की धज्जियां उडाते हुए भीषण गर्म 48 डिग्री तापमान मे अनवरत रूप से कक्षाएं संचालित है। शहर मे कुछ विद्यालय तो ऐसे हैं जिनका रजिस्ट्रेशन कही ओर एवं संचालित कही ओर है। कुछ विद्यालय तो ऐसे हे जो सीधे कक्षा 6 से संचालित है। इन निजी संस्थानों द्वारा ग्रामीण परिवेश के विधार्थियों से लुभावने अघोषित परिणाम वाले विज्ञापन देकर अतिरिक्त कक्षाएं एवं फाउंडेशन एंव विशेष शिक्षा के रूप मे मोटी फीस वसूली कर आर्थिक शोषण किया जा रहा है, इनकी कोई भी फीस निर्धारित नही है। बडी संस्थाओ के निदेशक क्षेत्र के प्रभावशाली राजनेता, अधिकारियो के सम्पर्क मे है जिसके कारण सरकारी कार्यवाही का कोई भय नही है सरकारी आदेशों को सपना समझ कर भूल जाते है हाल ही मैं निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा आयोजित एक बैठक मे यह निर्णय लिया गया कि 15 जून 2023 तक विधालयों का अवकाश रखा जायेगा। जबकि राजस्थान सरकार के आदेश अनुसार 17 मई से 23 जून तक राजकीय अवकाश घोषित है फिर किस अधिकार के तहत निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा अध्ययन करवाया जा रहा हैं। ब्लॉक गंगापुर सिटी के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों की ओर भी ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि ये सब इन जिम्मेदार अधिकारियों की नाक के नीचे अवैध शिक्षा का काला व्यापार फल फूल रहा मैं यह जानना चाहता हूं क्या हमारे गंगापुर सिटी के जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी भी इस खेल षड्यंत्र मे लिप्त है। आखिर कैसे शिक्षण संस्थान संचालित हो रहे है। अधिकारियों द्वारा कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है, जिसके चलते क्षेत्र में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों का आर्थिक एवं मानसिक शोषण किया जा रहा है ।शिक्षण संस्थानों के निदेशक सरकारी नियमों को दरकिनार करते हुए शिक्षा माफिया बने हुए है। शहर के कुछ विद्यालयों के पास ना तो खेल मैदान है, ना वाहन पार्किंग है, ना ही खुद की मान्यता है, शहर मे कई विद्यालयों ने दस फीट चौड़े रास्तों में बहुमंजिला इमारते बनवा रखी है। शहर में संचालित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवा रहे कोचिंग संस्थान अवैध रूप से बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हैं ,ये भी नियमावली के माप दंड पूरे नही करते हैं। उपरोक्त स्थिति को देखते हुए शहरवासियों को ये आभास होता कि ये विद्या के मंदिर नही शिक्षा के नाम पर निजी शिक्षण संस्थान अवैध लूट खसौट के केन्द्र बने हुए है। सरकारी आधिकारियों का इनके प्रति नरम रूख अपनाने के कारण शहरवासी, विधार्थी एवं अभिभावक निरंतन सरकार की कार्यशैली पर अंगुली उठा रहे है जबकि माननीय मुख्यमंत्री महोदय प्रदेश के हर सुख दुःख मे हमेशा तत्पर रहते हैं अतः आपसे निवेदन है कि उक्त प्रकरण में लिप्त निजी शिक्षण संस्थानों एवं सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए आगामी 23 जून 2023 तक निजी शिक्षण संस्थानों में समस्त शैक्षणिक गतिविधियों को विराम देते हुए राजकीय ग्रीष्मकालीन अवकाश आदेशों की पालना करवाकर अवकाश घोषित रखा जाये।
अगर 3 दिन पूर्ण रूपेण में इन संस्थानों द्वारा अवकाष घोशित नही किया गया तो युवा कांग्रेस एवं एनएसयूआई द्वारा गंगापुर सिटी में बड़ा आंदोलन किया जायेगा क्योंकि उक्त प्रकरण के चलते सरकार की छवि धूमिल हो रही है। ज्ञापन के दौरान प्रमुख रूप से गंगापुर सिटी विधानसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष हेमराज सेवा, बामनवास विधानसभा अध्यक्ष संजय मीणा भांवरा , एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र झार्रा, छात्र नेता अजय महर, अशोक कुमार गौड़, राजवीर ,मनीष शहरिया, कुलदीप भीलापाड़ा सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


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