कुशलगढ़, बांसवाड़ा।अरुण जोशी। राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं गाइड स्थानीय संघ कुशलगढ़ का तृतीय सोपान प्रशिक्षण शिविर राजकीय एकलव्य मांडल रेजिडेंशियल स्कूल( चुडादा) कुशलगढ़ में सम्पन्न हुआ।स्थानीय संघ कुशलगढ़ के सचिव दिग्पाल सिंह राठौड़ एवं सहसचिव प्रेमप्रकाश जाटव ने बताया कि कुशलगढ़ पंचायत समिति के स्काउट एवं गाइड का तृतीय सोपान शिविर राजकीय एकलव्य मांडल रेजिडेंशियल स्कूल कुशलगढ़ में सम्पन्न हुआ । जिसका समापन समारोह मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी एवं प्रभारी सहायक जिला कमिश्नर भीमजी भाई सुरावत के मुख्य आतिथ्य एवं प्रेरक शर्मा प्रधानाचार्य EMRS कुशलगढ की अध्यक्षता तथा प्रभारी सहायक जिला कमिश्नर गाइड एवं प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झीकली श्रीमती रमीला डिंडोर व श्रीमती सुमन सैनी व्याख्याता इतिहास EMRS कुशलगढ के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। तृतीय सोपान शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि भीमजी भाई सुरावत ने स्काउट एवं गाइड को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्काउट एवं गाइड अपनी एक विशिष्ट पहचान रखते हैं। तभी तो भारत निर्वाचन आयोग ने स्काउट एवं गाइड की चुनावों में वाॅल्टियर्स के रूप में निशक्तजन के सहयोग के लिए नियुक्त किया गया।विश्वसनियता का इससे बड़ा प्रमाण कहीं नहीं मिलता।स्काउट एवं गाइड के प्रशिक्षण शिविर में सहभागिता करने पर बालक बालिकाओं में स्वतः स्वअनुशासन की भावना अपने आप जागृत हो जाती है। स्काउट एवं गाइड प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले कभी भी मानसिक तनाव को अपने पर हावी नहीं होने देते,स्वावलंबी बनने का सबसे बड़ा माध्यम प्रशिक्षण शिविर ही है। विशिष्ट अतिथि श्रीमती रमीला डिंडोर ने कहा कि बालको को कुछ समय के लिए तनाव मुक्त होने के लिए इस प्रकार के शिविर बहुत ही कारगर है।सहसचिव प्रेमप्रकाश जाटव ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर में कुछ ब्लाक के 27 विद्यालयों के 142 स्काउट एवं 154 गाइड कुल 296 ने भाग लिया।प्रशिक्षण के दौरान स्काउट एवं गाइड प्रार्थना,झंडा गीत,प्राथमिक उपचार, ध्वजारोहण, सेल्युट,द्वितीय, तृतीय सोपान की गांठें,दिशाज्ञान बीपी सिक्स, स्काउट एवं गाइड का इतिहास, खोज के चिन्ह सीटी के संकेत माचफास्ट,स्काउट एवं गाइड नियम प्रतिज्ञा आदि की जानकारी दी गई। साथ ही चुडादा आवासीय विद्यालय से अतिक्षय क्षेत्र श्रीवागोल तक हाईक खोज के चिन्ह के आधार पर रामदास परमार ट्रेनिंग काउंसलर के मार्गदर्शन आयोजित की गई। समापन समारोह का संचालन प्रेमप्रकाश जी ने किया आभार गाइड केप्टेन दिव्या पंड्या ने व्यक्त किया। प्रशिक्षण शिविर में मांगीलाल वसुनिया,मीनाक्षी निमा,आशिष बामणिया,मनीषा बारिया,मधुबाला राव,रामदास परमार आदि ने सहभागिता निभाई।