सवाई माधोपुर, 13 अगस्त। जिले में लगातार हो रही वर्षा के कारण जन मानस को दैनिक जीवन में आ रही समस्याओं के निराकरण व आने वाले समय में अतिवृष्टि जैसी आपदा में खाद्य सामग्री आपूर्ति, बिजली, पानी, दवाओं की आपूर्ति सहित सड़कों में हुए गढ्ढ़ो को मोरम से भरवाने, रपट, तालाबों, बांधों पर चैतावनी बोर्ड लगाने सहित अन्य उत्कृष्ट प्रबंधन करने तथा सोमवार को दिए गए निर्देशों की अनुपालना के संबंध में प्रभारी सचिव संदीप वर्मा ने संबंधित अधिकारियों की समीक्षा बैठक जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव की उपस्थिति में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में ली।
प्रभारी सचिव ने चिकित्सा अधिकारियों को अगस्त माह में वर्षा के कारण जलभराव से होने वाली मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध करने के साथ-साथ दवा व चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदान किए है। वहीं उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को सभी 18 बांधों की उचित नियमिति रूप से मॉनिटरिंग करने, जहां आवश्यकता है वहां मिट्टे के कट्टे लगाने व अनिश्चित प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए अतिरिक्त मिट्टी के कट्टों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना को जो गांव अतिवृष्टि के कारण मुख्य सड़क मार्गो से कट गए हैं वहां पर खाद्य सामग्री, दवाओं, पशुधन के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियो से आपसी समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। वहीं रणथम्भौर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघ सहित अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए नियमित रूप से पेट्रोलिंग करने के निर्देश डीएफओ रामानंद भाकर को दिए।
उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को पम्प हाउस क्रियाशील रखने के साथ-साथ आमजन के लिए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदान किए है।
उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता हरिसिंह को 14 पॉइन्ट्स जहां वर्षा के कारण रास्ता अवरूद्ध हो जाता है वहां आमजन के आवागमन की सुगम व्यवस्था करने के निर्देश दिए। अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी ने बताया कि कुल 14 पॉइन्ट्स में से भगवतगढ़-झोपड़ा रोड़, गलवा नदी के उपर उच्च स्तरीय पुल बनाने का कार्य विभाग द्वारा प्रारम्भ कर दिया गया है। वहीं बनास नदी पर देदियास से देवली गांव के बीच, भूरी पहाड़ी से हाड़ौती के बीच उच्च स्तरीय पुल बनाने का कार्य शीघ्र ही आरएसआरडीसी द्वारा प्रारम्भ किया जाएगा। वहीं शेष 10 पॉइन्ट्स के 144.55 करोड़ के प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को निर्देशानुसार प्रेषित कर दिया गया है।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को अतिवृष्टि के कारण फसल खराबे का सहीं आंकलन कर जिला कलक्टर कार्यालय को भिजवाने के निर्देश प्रदान किए है। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त फतेह सिंह को शहर के जर्जर भवनों का सर्वे अनुसार आमजन की सुरक्षा हेतु असुरक्षित भवनों को तत्काल खाली करवाने के साथ-साथ वहां रहने वाले नागरिकों को अन्यत्र सुरक्षित स्थानों पर भिजवाने के निर्देश दिए है ताकि आपदा के दौरान कोई जन, पशुधन व माल की हानि न हो।
उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह द्वारा बताई गई 17 क्षतिग्रस्त सड़कों वाले गांवों में ग्रामीणों को खाद्य सामग्री की आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या न हो, उन्हें शुद्ध पेयजल की नियमित आपूर्ति के साथ-साथ उनके गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाले वैकल्पिक सड़क मार्गो की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए।
इस दौरान डीएफओ रामानंद भाकर, उप वन संरक्षक श्रवण कुमार रेड्डी, अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश आर्य, अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग हरीश चन्द मंगल सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।