राष्ट्र की आत्मा है भारतीय संविधान – ज़िला कलेक्टर
शाहपुरा। पेसवानी। संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को प्रताप सिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने भारतीय संविधान की विशिष्ट विशेषताओं पर केंद्रित विभिन्न विषयों पर जानकारी प्राप्त की | विद्यार्थियों ने संविधान से संबंधित विषयों जैसे प्रस्तावना, संशोधन, अनुच्छेद, रिट, विभिन्न विधेयक, नीतियाँ, महत्वपूर्ण मामले जिनके कारण संविधान में संशोधन हुआ आदि पर बात की। देश में वर्तमान उथल-पुथल के मद्देनजर, यह महसूस किया गया कि संविधान की विचारधारा और समय की बदलती जरूरतों को दर्शाने वाले नए विचारों का सम्मिश्रण लाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्य पी आर मीणा सहित कॉलेज की अन्य फैकेल्टी ने संविधान विषय पर अपने विचार रखें तथा शपथ ग्रहण का भी आयोजन किया गया।
ज़िला कलेक्टर श्री राजेंद्र सिंह शेखावत ने इस संगोष्ठी में पहुँच कर सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए बताया कि किस तरह भारतीय संविधान हमें सशक्त बनाता है। उन्होंने कहा की संविधान में जिन अनुच्छेदों और सूचियों का उल्लेख किया गया है, वह प्रत्येक देशवासी के जीवन में उपयोगी है। शिक्षा के साथ-साथ रोजगार प्राप्ति और जीवनयापन में भी भारतीय संविधान की महत्ता और उपयोगिता सदैव बनी रहेगी।ज़िला कलेक्टर ने संविधान को राष्ट्र की आत्मा बताते हुए कहा कि संविधान प्रत्येक देशवासी को सशक्त बनाने के साथ-साथ जागरूक भी करता है। ज़िला कलेक्टर ने विद्यार्थीयो को संविधान के महत्व के बारे में बताते हुए संविधान के द्वारा प्रदान किए गये मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों , डीपीएसपी , विभिन्न एक्ट , संविधान संशोधन सहित विभिन्न प्रावधानों के के बारे में विद्यार्थीयो से विस्तार में चर्चा की | संगोष्ठी में विभिन्न प्रावधानों का विश्लेषण किया गया और सुझाव दिए गए। स्वतंत्रता, विकेंद्रीकरण और समानता की भारतीय विचारधारा संविधान में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। दर्शकों को भारतीय संविधान के महत्व, दोषों और सुझावों को प्रभावित करने वाले एक लंबे सत्र के बाद संगोष्ठी समाप्त हुई। इस दौरान संविधान पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित हुई तथा प्रश्नोत्तरी विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।इस दौरान समाज कल्याण अधिकारी राम अवतार जाट, महाविद्यालय स्टाफ सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे |