शाहपुरा प्रेस क्लब में अणुव्रत समिति के तत्वावधान में संगोष्ठी एवं स्वागत कार्यक्रम आयोजित

Support us By Sharing

चारित्रिक विकास, सांप्रदायिक एकता, जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा के लिए अणुव्रत प्रासंगिक- डा. कर्णावट

शाहपुरा|अणुव्रत समिति शाहपुरा के तत्वावधान में राष्ट्र के नैतिक उत्थान में लेखन एवं पत्रकारिता की भूमिका को लेकर रविवार को प्रेस क्लब शाहपुरा में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। अणुव्रत पत्रिका के संपादक रहे वरिष्ठ साहित्यकार डा. महेंद्र कर्णावट के सानिध्य में प्रेस क्लब कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भीलवाड़ा के वरिष्ठ अणुव्रती लक्ष्मीलाल गांधी व शाहपुा समिति के संगठन मंत्री गोपाल लाल पंचोली भी मौजूद रहे। अणुव्रत पत्रिका के संपादक रहे वरिष्ठ साहित्यकार डा. महेंद्र कर्णावट का पत्रकारिता व लेखन के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के फलस्वरूप प्रेस क्लब की ओर से उनका पगड़ी बधवा कर एवं साहित्य भेंट कर स्वागत किया गया।

वरिष्ठ साहित्यकार डा. महेंद्र कर्णावट ने कहा कि चारित्रिक विकास, सांप्रदायिक एकता के साथ जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा के लिए अणुव्रत वर्तमान में सबसे प्रासंगिक है। उन्होंने पत्रकारों से नैतिक लेखन की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया।
डा. भाणावत ने कहा कि राष्ट्र के नैतिक उत्थान के लिए अणुव्रत आज भी प्रासंगिक है। राष्ट्र का भौतिक विकास होना एक अलग बात है, लेकिन उस राष्ट्र का मूल विकास नैतिक उत्थान और लेखन पर निर्भर करता है। उन्होंने आचार्य तुलसी के अणुव्रत आंदोलन को सामाजिक परिवर्तन का वाहक बताते हुए कहा कि आज के दौर में नैतिक लेखन की प्रांसगिकता बढी है। डा. भाणावत ने कहा कि अणुव्रत के विचार हर किसी के लिए उपयोगी है। अणुव्रत दर्शन हर दर्शन के लिए उपयोगी है। इसमें सभी संप्रदायों का समावेश हो जाता है। अणुव्रत की उपयोगिता सर्वत्रोग्राही है। लेखक अपनी लेखनी की शक्ति का उपयोग करें। उदरपूर्ति बड़ी बात नहीं है, विचारों की पूर्ति बड़ी बात है।
प्रेस क्लब महासचिव मूलचन्द पेसवानी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रेस क्लब की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी तथा अकादमिक क्षेत्र में किये जाने वाले कार्यो एवं पुस्तकालय की योजना को रखा। गीतकार सत्येंद्र मंडेला ने शाहपुा में अणुव्रत समिति के कार्यो का विवरण रखते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। प्रेस क्लब के पदाधिकारीगण गणेश सुगंधी, राजेंद्र पाराशर, रामप्रकाश काबरा, अनुज कांटिया, भेरूलाल लक्षकार, सुर्यप्रकाश आर्य, रमेश पेसवानी ने कर्णावट का स्वागत कर साहित्य भेंट किया। शाहपुरा समिति के संरक्षक लक्ष्मीलाल गांधी ने प्रस्तुत करते हुए अणुव्रत आंदोलन को मानवता का आंदोलन बताया। शुरूआत में अणुव्रत गीत संयम मय जीवन हो, गीत का मंगल संगान किया। इस मौके पर कवि दिनेश शर्मा बंटी व अणुव्रत समिति के सचिव जितेंद्र पाराशर बंटी भी मौजूद रहे।


Support us By Sharing

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *