गामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सारकार बनाये नीति – गुप्ता
समृद्ध भारत अभियान के निदेशक सीताराम गुप्ता रहे मुख्य वक्ता
भरतपुर २२ सितम्बर । भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबन्धन संस्थान ग्वालियर में ग्रामीण पर्यटन विषय पर हुए राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए समृद्ध भारत अभियान संस्था के निदेशक सीताराम गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण पर्यटन के लिए सरकार को नीति बनाने की आवश्यकता है। यद्यपि राजस्थान सरकार ने ऐसी नीति तो बनायी है लेकिन रही कुछ कमियों की वजह से अधिक लाभकारी नहीं बन पा रही है।
गोष्ठी में गुप्ता ने ग्रामीण पर्यटन के लाभों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों को शुद्ध भोजन, प्रदूषण रहित सस्ते आवास उपलब्ध होगे वही दुसरी ओर ग्रामीणों को पर्यटन से अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि कुछ विदेशी पर्यटक भारतीय जनजीवन, संस्कृति, रहन-सहन व रीति रिवाजों को देखना चाहते हैं ऐसे पर्यटकों को ग्रामीण पर्यटन आधिक लाभकारी सिद्ध होगा।
गुप्ता ने कहा कि राजस्थान में बनी ग्रामीण पर्यटन नीति में बदलाव कर मध्यप्रदेश सरकार लागू कर सकती है। वैसे भी मध्य प्रदेश की संस्कृति व लोकोचार काफी समृद्ध है जिनसे परिचित होने के लिए पर्यटक लालायित रहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण पर्यटन से पानी की बचत भी होगी क्योकि शहरों में महंगे होटलो में सैकड़ो लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को जिला पर्यटन नीति बना कर लागू करनी चाहिए। इस की नीति भरतपुर जिले की तैयार कर ली गई है जिसे राज्य सरकार को भेजा गया है ।
इन गोष्ठी में संस्थान के निदेशक प्रो. अशोक शर्मा सहित देश के विभिन्न राज्यों से आये संभागी शामिल थे !