सेवाश्रम के प्रथम वार्षिकोत्सव आरम्भ-उम्मीदों का आगाज में सेवा और समर्पण का दिया संदेश
भीलवाडा। भगवती शिक्षण एवं सेवा संस्थान की ओर से संचालित सेवाश्रम बौद्धिक दिव्यांग व पुनर्वास विशेष विद्यालय का प्रथम वार्षिक उत्सव उम्मीदों का आगाज पुर रोड स्थित एक निजी होटल में धूमधाम से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग, चित्तौड़गढ़ के उपनिदेशक ओम तोषनीवाल ने कहा कि सेवा हमारा परम कर्तव्य है और सेवाश्रम इस कर्तव्य का बखूबी निर्वाह कर रहा है। उन्होंने विशेष बालकों द्वारा दी गई इंग्लिश बोलना, नाटिका मंचन व नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए इसे संस्था परिवार के प्रत्येक सदस्य की मेहनत का परिणाम बताया। मुख्य अतिथि राधाकिशन सोमानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सेवा आश्रम सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और समाज के उपेक्षित वर्गों को ऊपर उठाने का सराहनीय कार्य कर रहा है। कार्यक्रम अध्यक्ष रामेश्वर काबरा ने विशेष बालकों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के सेवाश्रम के प्रयासों को अत्यंत सराहनीय बताया। भगवती शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष रामगोपाल ओझा ने कहा कि भीलवाड़ा में सेवा आश्रम के कार्यकर्ता सकारात्मक भाव से कार्य कर रहे हैं, जिनकी बदौलत ही इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन संभव हो सका। प्रधानाचार्य आशा काबरा और बीएड विद्यार्थियों के सहयोग से कार्यक्रम में नाटक मंचन, एकल प्रस्तुति, गणेश वंदना और स्वागत गान की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसने उपस्थित दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षकों और भामाशाहों को उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के सूत्रधार गिरीश अग्रवाल को भी स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान दो सदस्यों का जन्मोत्सव भी हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन रजनीकांत आचार्य व हंसा व्यास ने किया। मधु काबरा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत कर बताया कि 37 विशेष बालक अध्ययनरत है। आशा काबरा, निहारिका तोषनीवाल, प्रेमलता ओझा का सहयोग रहा। उम्मीदों का आगाज सेवाश्रम के विशेष बच्चों के उत्साह, प्रतिभा और संस्था के समर्पण का जीवंत प्रमाण रहा।