किसान केसरी संघ के किसानों एवं ग्रामीणों ने विधानसभा घेराव की दी चेतावनी
जिला समाप्त करने के विरोध में क्रमिक अनशन धरने पर सेवनी सूरजपुरा के ग्रामीण बैठे
शाहपुरा|आज दिनांक 02-05-2025 को शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा उपखंड कार्यालय शाहपुरा के बाहर क्रमिक अनशन धरने पर सेवनी सूरजपुरा के ग्रामीण किसान केसरी संघ के बैनर तले जिला अध्यक्ष सूर्यप्रकाश ओझा के नेतृत्व में शांतिपूर्ण तरीके से नारेबाजी करते हुए धरना स्थल पर पहुंचकर शाहपुरा जिले को समाप्त करने के विरोध मे प्रदर्शन किया और शाहपुरा को वापस जिले का दर्जा देने की मांग का ज्ञापन राज्यपाल के नाम उपखंड अधिकारी को दिया।
सेवनी सूरजपुरा के ग्रामीण कैलाश गुर्जर देवकिशन गुर्जर राधेश्याम वैष्णव जीवराज गुर्जर हेमराज गुर्जर महावीर प्रसाद तेली ओमप्रकाश तेली कैलाश साहू गोपाल साहू द्वारका प्रसाद तेली महावीर कुम्हार सुवालाल कुम्हार एवं किसान केसरी संघ के लादू बेरवा देवीलाल बेरवा सांवरलाल गुर्जर अंबालाल गुर्जर सरदारपुर छोटू लाल गुर्जर सरसूंदा मणिशंकर शर्मा
सहित कई ग्रामीण क्रमिक अनशन धरने पर बैठे जिनका संघर्ष समिति की ओर से माला पहनाकर स्वागत किया गया। धरने को जिला बचाओ संघर्ष समिति संयोजक रामप्रसाद जाट सेवनी सूरजपुरा के ग्रामीण कैलाश गुर्जर राधेश्याम वैष्णव ओमप्रकाश तेली गोपाल लाल तेली छोटू लाल गुर्जर केसरी संघ जिला अध्यक्ष सूर्यप्रकाश ओझा सदस्य उदयलाल बेरवा ने संबोधित करते हुए सरकार से शाहपुरा जिले की बहाली की मांग की तथा किसानों और ग्रामीणों ने विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी दी एवं कहा कि शाहपुरा संपूर्ण मापदंड रखने के बावजूद राजनीतिक उदासीनता के कारण जिला का दर्जा हटा दिया गया यदि शीघ्र शाहपुरा को जिले का दर्जा नहीं दिया गया तो किसान और ग्रामीण विधानसभा का घेराव कर उग्र प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर संघर्ष समिति सदस्य उदयलाल बेरवा सत्यनारायण पाठक राजेंद्र बोहरा, हाजी उस्मान मोहम्मद छिपा, रामस्वरूप टेपन शहाबुद्दीन पठान ,धनराज जीनगर दुर्गा लाल जोशी मदनलाल कंडारा रामप्रसाद सेन विनीत बुनकर सुरेशचंद्र घूसर ,अभिभाषाक संस्था उपाध्यक्ष गजेंद्रप्रताप सिंह राणावत अधिवक्ता त्रिलोक चंद नौलखा दीपक मीणा विक्रम गुर्जर ताज मोहम्मद सहित कई सदस्य मौजूद रहे। जिला बचाओ संघर्ष समिति महासचिव कमलेश मुंडेतिया ने बताया कि 3 मई को अरनिया घोड़ा के ग्रामीण राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में क्रमिक अनशन धरने पर बैठेगे। ग्रामीण क्षेत्र से ग्रामीण किसान एवं आमजन का लगातार समर्थन मिल रहा है।