शाहपुरा रहा बंद, रिटायर्ड आईएएस ललित के पवार की अर्थी का किया सांकेतिक दहन


शाहपुरा जिला बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को आंदोलन के 87 वे दिन संघर्ष समिति की ओर से शाहपुरा बंद रखा गया इस दौरान महलों के चौक से निकल गए विरोध जुलूस में जिला गठन कमेटी के संयोजक रिटायर्ड आईएएस ललित के पवार की अर्थी निकाल कर उसका सांकेतिक रूप से उसका अंतिम संस्कार किया गया.
आज शाहपुरा में संघर्ष समिति की ओर से ब्लैक डे मनाने का आह्वान भी था इस कारण समूचा बाजार सुबह से ही बंद रहा.
संघर्ष समिति के संयोजक राम प्रसाद जाट की अगवाई में निकल गए विरोध जुलूस के बाद एसडीएम कार्यालय के बाहर ललित के पवार की अर्थी का सांकेतिक दहन किया गया इस दौरान संघर्ष समिति के पदाधिकारी के अलावा शाहपुरा के अधिवक्ता गण तथा शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे.
इस मौके पर संघर्ष समिति के संयोजक जाट ने कहा कि ललित के पवार ने शाहपुरा के संबंध में राज्य सरकार को गलत आंकड़े पेश किये जिसके कारण सरकार ने शाहपुरा जिला तोड़कर शाहपुरा की जनता की भावनाओं को ठोस पहुंचाया है इसी कारण आज उनके पुतले का अंत्येष्टि के रूप में सांकेतिक दहन किया गया उन्होंने कहा कि जिला बहाली के लिए संघर्ष समिति का आंदोलन जारी रहेगा|

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