विद्यार्थी संयमित भाषा शैली का प्रयोग कर श्रीराम के समान सभी का करें सम्मान: सत्यनारायण मूंदड़ा
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) श्री महेश सेवा समिति द्वारा संचालित श्री महेश पब्लिक स्कूल में अयोध्या में होने वाली मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर भव्य आयोजन किया गया। सर्वप्रथम समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश नाराणीवाल, सचिव राजेंद्र कचैलिया, उपाध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा, संचालक केदारमल जागेटिया, दिलीप तोषनीवाल, दिनेश शारदा तथा चन्द्रप्रकाश काल्या आदि गणमान्य सदस्यों द्वारा माँ सरस्वती व श्रीराम, लक्ष्मण व सीता के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। भगवान श्रीराम के वन गमन से जुड़े प्रसंग- कैकयी – मंथरा संवाद, कैकयी-दशरथ संवाद, कौशल्या, राम व सीता आदि संवादों का रोचक ढंग से प्रस्तुतीकरण किया गया। राम का वनवास गमन, वहाँ पर लंकाधिपति राजा रावण का वध कर सीता को मुक्त करा कर 14 वर्षों के बाद पुनः अयोध्या लौटने पर जिस प्रकार अयोध्या वासियों ने अपनी खुशियाँ प्रकट कर दीप प्रज्ज्वलित किये और रंगोलियाँ बनाई। उसी प्रकार संपूर्ण विद्यालय परिवार ने दीपावली पर्व सा समां बांधते हुए दीप प्रज्ज्वलित किये। भगवान राम के आगमन पर छात्रों द्वारा मंगल गीत राम आयेंगे तो अंगना सजाऊँगी……….गाया गया। समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश नाराणीवाल ने सभी छात्रों को भगवान राम की तरह मर्यादा में रहने तथा माता -पिता की आज्ञा का पालन करने को कहा। सचिव राजेंद्र कचैलिया ने सभी को भगवान राम की तरह धर्म के मार्ग पर चलने को कहा। इसी तरह उपाध्यक्ष सत्यनारायण मूंदड़ा ने अपने उद्बोधन विद्यार्थियों से कहा कि श्रीराम के समान सभी बड़ों का सम्मान करना व संयमित भाषा शैली का प्रयोग करें तथा विद्यालय के संचालक केदार मल जागेटिया ने भी अपने उद्बोधन में सभी को श्रीराम के आदर्शों पर चलने को कहा। अंत में विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती अरविंदर कौर द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।
विद्यार्थी ने बनाई राम नाम की आकृति
छात्रों ने अपने हाथों पर मेहंदी से राम नाम अंकित कर अपने आप को राम को समर्पित कर दिया। सारा वातावरण भक्तिमय हो गया। चारों ओर खुशियाँ ही खुशियाँ छाई हुई थी। पूरे विद्यालय में दीपक जलाए गए। केसरिया रंग के सजावटी सामानों से पूरे विद्यालय को सजाया गया। सबके अंतर मन में राम नाम बसा हुआ था। विद्यार्थी राम नाम की आकृति में पंक्तिबद्ध खड़े हुए और उन पर पुष्प वर्षा की गई। जयश्रीराम के नारों से पूरा विद्यालय गूँजायमान हो गया।