पापी से पापी आत्मा को भी मुक्त करती है श्रीमद् भागवत कथा: राष्ट्रीय संत पूज्य चिन्मयानंद बापू
गंगापुर सिटी। पंकज शर्मा। 1 सितम्बर 2023। विश्व कल्याण मिशन हरिद्वार एवं श्री राम परिवार सेवा समिति गंगापुर सिटी राजस्थान के तत्वाधान में पुरानी अनाज मंडी मैदान में शुक्रवार को सप्त दिवसीय दिव्य धार्मिक आयोजन का शुभारंभ हुआ। पूज्य बापूजी की पावन सान्निध्य में सैकड़ों श्रद्धालुओं माता बहनों ने प्रात काल को भव्य मंगल कलश यात्रा का भाव विभोर होकर आनंद लिया, वहीं शाम को पूज्य राष्ट्रीय संत स्वामी चिन्मयानंद बापू जी के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा के महात्म्य का रसपान किया। श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस में परम पूज्य संत श्री चिन्मयानंद बापू जी ने कहा कि श्रीमद् भागवत भगवान श्री कृष्ण का वांगमय स्वरूप है। भागवत कथा ही एकमात्र ऐसी कथा है जिसके अंदर जीवित व्यक्ति के साथ साथ मरे हुए व्यक्ति को भी मुक्त करने का सामर्थ्य है। कोई भी व्यक्ति जीवन भर कितने भी गलत कार्यों में लिप्त रहा हो, ऐसे व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात यदि उसके नाम से श्रीमद्भागवत कथा करवा दी जाए तो वह भी मुक्त हो जाता है। श्री बापू जी ने कहा कि भागवत कथा के अंदर गोकर्ण धुंधकारी संवाद में हमें यही बताया गया कि जीवन भर धुंधकारी ने पाप किया और बाद में गोकर्ण ऋषि ने उनके नाम से श्रीमद् भागवत कथा का गान किया और वह मुक्त हुए।
बापूजी ने कहा कि जहां पर भागवत कथा होती है, वहां पर उस दौरान सारे तीर्थ, सारी नदियां और सारे देवता विचरण करते हैं। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा कल्पतरु की तरह है जिसकी शरण में बैठने पर हमारी सारी मनोकामनाएं भागवत कथा पूर्ण करती है। भागवत कथा में जो व्यक्ति जिस मंशा के साथ बैठता है, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं लेकिन जरूरी है कि व्यक्ति की भावना पवित्र हो और संसार के मंगल की कामना उसके मन में हो। पूज्य बापू के यूट्यूब चैनल के माध्यम से देश- दुनिया के लाखों भक्तों ने दिव्य कथा का अपने घर और कार्यस्थल पर बैठे ही रसपान किया। आज कथा में श्री गुलाब सिंह जी श्रीमती तारा गुप्ता वीरू सर मथुरा जी वीरेंद्र बंसल जी राम अवतार जी गोविंद जी ओमप्रकाश जी ताराचंद जी राजेंद्र आदि भक्त गण उपस्थित रहे।