11 नारियल की एक साथ 11 दण्डवत, 241 दिवस में 66 किमी की दूरी तय, प्रतिदिन 400 मीटर में देते 21 सौ दण्डवत
भरतपुर, रूपवास से खाटूश्याम(सीकर) तक एक साथ 11 नारियल की 11 दण्डवत दे रहे 71 वर्षीय श्याम बाबा भगत केदार कटारा 241 दिन का सफर तय करने के बाद करीब 66 किमी दूरी तय कर जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे के गांव हन्तरा पहुंचे। जहां श्याम प्रेमियों ने दण्डवत यात्री का स्वागत किया और रथ में विराजमान श्री खाटूश्याम बाबा की पूजा-अर्चना कर विश्वशान्ति,राष्ट्र का उत्थान,मानव व परिवार कल्याण और वन सम्प्रदा व मूक बधिर प्राणियों की रक्षा आदि की कामनाए की। यात्रा 24 अक्टूम्बर 2023 को कस्वा रूपवास स्थित श्री चिन्ता हरण हनुमान मन्दिर से प्रारम्भ की और ये यात्रा सात साल के बाद अक्टूम्बर 2030 को पूरी होगी। ये प्रतिदिन 300-400 मीटर का सफर तय करते है और करीब 2100-2200 दण्डवत देते है। रूपवास से खाटूश्याम वाया भरतपुर-जयपुर करीब 321 किमी दूरी की दण्डवत यात्रा पूरी कर करीब 17 लाख 65 हजार 551 दण्डवत देंगे और अब तक करीब 66 किमी दूरी में करीब 3 लाख 51 हजार दण्डवत दे चुके है। शेष रही करीब 252 किमी दूरी करने में सात वर्ष लगेंगे और करीब 13 लाख 81 हजार दण्डवत देनी होगी। जयपुर हाइवे के गांव लुधावई,बांसी,लुलहारा,सेवला,पहरसर मोड,डहरा मोड,हन्तरा आदि पर श्री चिन्ता हरण हनुमान मन्दिर डहरा के सन्त ललित मोहन महाराज व विजयपाल हन्तरा के सानिध्यं श्याम प्रेमी विजयपाल सिंह,चेतराम सिंह,अशोक गर्ग वैर वाले,बच्चू सिंह,भरत सिंह आदि ने दण्डवत यात्री केदार कटारा का गमचा व शाॅल ओढाकर,फूल माला पहनाकर एवं श्याम बाबा छवि भेंट कर सम्मान किया और श्री खाटूश्याम रथ की पूजा-अर्चना कर आरती की।
– दण्डवत यात्रा का उद्देश्य
दण्डवत यात्रा दे रहे श्याम बाबा भगत केदार कटारा ने बताया कि दण्डवत यात्रा का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म व हिन्दु धर्म के देवी-देवताओं का प्रचार-प्रचार करना,देश व समाज की सेवा के प्रति लोगों को जागरूक करना,वन सम्प्रदा व गौवंश की रक्षा करना,विश्वशान्ति,मानव व परिवार कल्याण,राष्ट्र का उत्थान,महिला सशक्तिकरण,ब्रज संस्कृति सहित भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना,स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक करना,सरकार की योजनाओं का प्रचार करना,देश व समाज में भाईचारा व प्रेम कायम कराना आदि। साथ ही प्रतिदिन श्याम बाबा की कीर्तन,प्रवचन,हवन,महाआरती आदि धार्मिक कार्यक्रम करना और एक गांव में 11 परिवार को श्याम बाबा से जोडना।
– 21 लाख दण्डवत का लक्ष्य
दण्डवत यात्री केदार कटारा ने बताया कि उनका लक्ष्य है कि जीवन में 21 लाख दण्डवत देने का पहले चरण में करीब सवा लाख दण्डवत दे चुका और अब 2023 से 2030 तक करीब 17 लाख 50 हजार दण्डवत दे दूंगा। गुजरे तीन दशक में रूपवास से खाटूश्याम तक 21 पदयात्रा एवं एक दण्डवत यात्रा पूरी कर चुका। साथ ही 84 कोसीय ब्रज की 11,वृन्दावन की पंच कोसीय 51,गोर्वधन की 101 तथा रूपवास से केदारनाथ,बद्रीनाथ,हरिद्वार, नीलकण्ठ, रामेश्वरधाम,जगन्नाथपुरी,अयोध्या,बनारस,इलाहाबाद आदि की एक-एक पदयात्रा हो गई।