भीलवाड़ा पेसवानी, झूलेलाल नवयुवक सेवा संस्थान के तत्वावधान में आगामी गुरुवार- शुक्रवार 3 व 4 अक्टूबर को सिंधी समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल के असू चंद्र (अर्द्ध चेटीचंड) के उपलक्ष में 2 दिवसीय सिंधी मेला आयोजित किया जाएगा।
सिंधी समाज के प्रवक्ता मूलचंद बहरवानी ने बताया कि आयोजन को लेकर पूरे सिंधी समाज में व्यापक उत्साह है।
संस्थान के सेवाधारी अध्यक्ष हेमनदास भोजवानी के अनुसार मेले के आयोजन के पहले दिन गुरुवार 3 अक्टूबर को स्थानीय शाम की सब्जी मंडी स्थित झूलेलाल सनातन मन्दिर में सुबह सवा 10 बजे से माँ भगवती के अश्विन नवरात्र के उपलक्ष में 51 दंपतियों द्वारा वैदिक संस्कृति के अनुसार विधिवत सामूहिक घटस्थापना के साथ कार्यक्रमों की शुरूआत होगी।
संस्थाधयक्ष चेलाराम लखवानी ने बताया कि इसी दिन रात्रि में अजमेर की सुप्रसिद्ध शहनाई की सुमधुर स्वर लहरियों व ढोल-नगाड़ों की थाप पर समाज के स्त्री-पुरुषों द्वारा पुष्प-वर्षा के बीच सामूहिक छेज भी खेला जाएगा। वहीं मेले के दूसरे दिन शुक्रवार 4 अक्टूबर को सुबह सवा 6 बजे से ही भक्तों द्वारा भगवान झूलेलाल की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक कर उनकी प्रतिमा को नवीन वस्त्र धारण करवाकर श्रृंगार किया जाएगा।
बाद में सवा 11 बजे से संत-महात्माओं के सानिध्य में अतिथियों द्वारा झंडा साहेब की विधिवत पूजार्चना कर मन्दिर के शिखर पर ध्वजारोहन किया जाएगा। इस दौरान भजन-संगत व बहराणा साहेब की स्थापना कर पवित्र ज्योति जगाकर भगवान झूलेलाल व माँ भवानी को छप्पन भोग लगाकर श्रद्धालुओं को सुखो-सेसा व शीतल पेय की हथ-प्रसादी का वितरण भी होगा।
मेला व्यवस्थापक तुलसी दास सखरानी के अनुसार दोपहर में भोजन प्रसादी का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद सेवाधारियों का दल बिगोद हेतु प्रस्थान करेगा जहाँ पर स्थानीय सिंधी समाज के आमंत्रण पर अर्द्ध चेटीचंड का अर्द्ध वार्षिकोत्सव हर्षोल्लास से मनाकर शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी जहाँ पर सिंधी समाज के युवा लोकेश चंदनानी के नेतृत्व में समाजजनों का सामूहिक स्वागत किया जाएगा। अंत में महाआरती कर पवित्र तृवेणी नदी में ज्योति का विसर्जन कर देश व समाज की खुशहाली हेतु पल्लव अरदास कर मेले का विश्राम होगा।
मेला संयोजक कमल हेमनानी ने बताया कि आयोजनों की तैयारियाँ की जा रही हैं।