नाग पंचमी पर दूध लावा से पूजे गए नाग देवता

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प्रयागराज। नाग पंचमी का त्योहार शुक्रवार को पारंपरिक तरीके से मनाया गया। इस दौरान घर-घर नाग देवता के साथ ही भगवान शिव की भी पूजा अर्चना हुई। सुबह घरों में साफ सफाई कर दूध और लावा चढ़ाकर विधि विधान से नाग देवता की पूजा की गई। विशेष रूप से नाग पंचमी के दिन नागों के आठ रूप यानी अनंत, बासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, करकट और शंख की पूजा की गई। महिलाओं ने नाग पंचमी के दिन अपने घर के दरवाजे के दोनों तरफ गोबर से सांप बनाकर नाग देवता को अक्षत, दही, दूर्वा, गंध, कुश, फूल, मोदक अर्पित कर परिवार के लिए सुख समृद्धि की मन्नतें मांगी। इस बीच शिव मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी चंहु ओर हर-हर महादेव, बोल बम के जयकारों से पूरा क्षेत्र शिवमय हो गया। लालापुर मनकामेश्वर धाम मंदिर में श्रद्धालु सुबह से ही बाबा को जलाभिषेक कर नाग देवता की विधि विधान से पूजा अर्चना किया। देवाधिदेव महादेव की नगरी लालापुर मनकामेश्वर धाम केसरिया रंग से पूरी तरह से रंगी हुई नजर आ रही ऐसा लगता है मानो जैसे आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा हो। हजारों की संख्या में कांवरिया भी बाबा को जलाभिषेक करने के लिए कतारों में खड़े नजर आए। सड़कों से लेकर धाम तक सिर्फ और सिर्फ कांवरियों और श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही है। वही बाबा को जलाभिषेक करने में एसीपी बारा संतलाल सरोज, लालापुर थाना प्रभारी अजय मिश्रा व पुलिस बल भी भक्तों को मंदिर प्रांगण तक पहुंचने में कोई कोर कसर करती नजर नहीं आ रही है। श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचाना और व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के लिए तत्पर दिखी। बताते चलें कि क्षेत्र भर में खेलकूद प्रतियोगिता, कुश्ती , कबड्डी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। नाग पंचमी को लेकर ग्रामीण इलाकों में काफी उत्साह रहा।


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