प्रयागराज। जब शंकरगढ़ को नगर पंचायत का दर्जा मिला था, उस समय यहां के नागरिकों को बेहतर जीवन की उम्मीद बंधी थी, लेकिन नगर पंचायत के हुक्मरानों और भ्रष्टाचारी ठेकेदारों ने सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पूरा मामला नगर पंचायत शंकरगढ़ वार्ड नंबर 10 सेन नगर चौराहा मिश्रा भवन के पास इंटरलॉकिंग रोड व नाली निर्माण का है, जिसे बनाने में भ्रष्टाचार के सभी रिकॉड तोड़ दिए गए। तमाम शिकायत अपने मन में संजोए नागरिकों ने उस समय राहत की सांस ली, जब उनके सामने मीडिया टीम ने निर्माण का भौतिक सत्यापन किया।नगर पंचायत के मद से चल रहे निर्माण कार्य को लेकर लोगों ने बताया कि इंटरलॉकिंग का कार्य मानक के विपरीत करवाया जा रहा है वहीं नाली निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर मानक को ताक पर रखकर यहां पर कार्य सिर्फ पैसे बनाने के लिए किया जा रहा है। इंटरलॉकिंग रोड के निर्माण में जमकर धांधली की जा रही है जो शासन की मनसा के विपरीत है। कुल मिलाकर मानकों की दुहाई देने वाले नगर पंचायत के जिम्मेदार इस ओर जान बूझकर अनजान बने हुए हैं जैसे उन्हें कुछ मालूम ही नहीं है।यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बरसात का पानी सड़क पर ही भरा रहेगा। इस दौरान यहां के स्थानीय नागरिकों में गुणवत्ता को लेकर भारी नाराजगी है। बता दें कि नगर पंचायत द्वारा बनवाए जा रहे इंटरलॉकिंग रोड के निर्माण में हर स्तर पर मानक विहीन कार्य कर कर बड़ी धांधली की जा रही है और सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। वही नगर पंचायत के जिम्मेदार इसको लेकर लापरवाह बने हुए हैं और निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है।