अजमेर ब्लेकमेल कांड के दोषियों को मृत्युदण्ड दिलाए राज्य सरकार-आलोककुमार

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विहिप के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष की पत्रकार वार्ता

भीलवाड़ा|विश्व हिन्दू परिषद ने अजमेर अश्लील फोटो ब्लेकमेल कांड में हाल ही विशेष न्यायालय पॉक्सो कोर्ट द्वारा छह दोषियों को सुनाई गई उम्र कैद की सजा को अपर्याप्त मानते हुए उन्हें मृत्युदण्ड दिलाने के लिए राज्य सरकार से उच्च न्यायालय में अपील करने की मांग की है। परिषद के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने शनिवार शाम भीलवाड़ा में पत्रकार वार्ता में कहा कि अजमेर में नाबालिग बेटियों के साथ बलात्कार के दोषियों को 32 वर्ष बाद सजा तो सुनाई गई पर जिस तरह का संगीन अपराध किया गया था उसमें मृत्युदण्ड से कम पर्याप्त नहीं है। राज्य सरकार अब अच्छे से अच्छे वकील करे ओर उच्च अदालत में अपील कर दोषियों के लिए मृत्युदण्ड की मांग करे। उन्होंने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि इस मामले में जिन दोषियों को सजा पूरी करने के नाम पर रिहा किया गया है वह फिर एक धर्मस्थान की सेवा में कार्य कर रहे है। कुमार ने कहा कि वह किसी धर्म या सम्प्रदाय के आर्थिक बहिष्कार जैसी बात नहीं करते है लेकिन करेंगे तो नुकसान किसका ज्यादा है यह भी सोच लेना चाहिए। उन्होंने उदयपुर में एक नाबालिग छात्र द्वारा सहपाठी छात्र की हत्या कर देने के मामले में कहा कि नाबालिग को हथियार किसने दिए, चलाने का प्रशिक्षण कहा से लिया ओर हत्या करने की मानसिकता कौनसे वातावरण से बनी इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस घटना ओर इसके पीछे की विचारधारा की व्यापक जांच की जरूरत है। विहिप के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जिहादियों के एक वर्ग द्वारा लव जिहाद व भूमि जिहाद के अलावा वर्तमान में नाबालिग जिहाद चलाकर नाबालिगो से कई तरह के संगीन व गंभीर अपराध कराए जा रहे है। उन्होंने वक्फ बोर्ड में प्रस्तावित संशोधन का भी स्वागत करते हुए कहा कि धर्मादे की संपतियों के लिए सभी धर्मो को समान रखते हुए सेक्युलर कानून होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद इस वर्ष अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण होने पर देश में 9 हजार प्रखण्डों में हिन्दू धर्म सम्मेलन कार्यक्रम के आयोजन कर रही है।

नहीं संभले हालात तो हिन्दु शरणार्थियों के लिए भारतमाता की गोद खुली रहेगी

विहिप के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोककुमार ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा से जुड़े से सवाल पर कहा कि वहां भारत सरकार ओर संगठन के प्रयासो से हिन्दुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने का दबाव कार्यकारी सरकार पर बना है। सरकार के मुख्य सलाहकार ने हिंदुओं पर हमले बंद करने के लिए कहा है। हिंदुओं का वहां से देश छोड़ने का मतलब अपनी जमीन छोड़कर शरणार्थी शिविरों में रहना है। उन्होंने कहा कि हर प्रयास के बावजूद यदि बांग्लादेश में हिन्दुओं की प्रताड़ना का दौर नहीं थमता है तो यहूदी से लेकर पारसी तक हर पीड़ित को जगह देने वाली भारतमाता की गोद उनके लिए खुली रहेगी। आलोककुमार ने विहिप के जातीय जनगणना के पक्ष या विपक्ष में होने सम्बन्धी सवाल पर कहा कि इस बारे में अभी कोई विचार नहीं किया है।


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