पदाधिकारियों ने बैठक लेकर कार्यकर्ताओं से की चर्चा
भीलवाड़ा। भारतीय सिन्धू सभा के प्रदेश पदाधिकारियों के दो दिवसीय प्रवास कार्यक्रम के तहत आज हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर भीलवाडा में कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संत मयाराम ने की।राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि संगठन की ओर से देश भर में सदस्यता अभियान चेटीचण्ड पर पूर्ण हुआ है। सभी ईकाईयों की ओर से वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ मातृशक्ति व युवा कार्यकर्ताओं को जोडा गया है। संगठन संत महात्माओं की आर्शीवाद से पूज्य सिन्धी पंचायत, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के साथ सिन्धी भाषा व संस्कृति के कार्य कर रही है। जिला प्रवक्ता पंकज आडवाणी ने बताया कि, भारत सरकार की ओर से घोषित नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक षिक्षण मातृभाषा में हो इसके भी प्रयास किये जा रहे हैं।
द्वितीय राज्य स्तरीय सिन्धी मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन 10 व 11 मई को उदयपुर में
मातृशक्ति प्रदेशाध्यक्ष शोभा बसंताणी ने कहा कि महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन के सानिध्य में 2 व 3 मार्च 2024 को हरी शेवा उदासीन सनातन आश्रम भीलवाडा में प्रथम राज्य स्तरीय मातृशक्ति सम्मेलन गुरूयाणी-मुख्याणी-नियाणी के रूप में आयोजित हुआ था, जिसमें 11 सूत्रीय प्रस्ताव पारित कर राज्य भर में समाज के सहयोग से लागू किये जा रहे हैं। अब द्वितीय राज्य स्तरीय सिन्धी मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन 10 व 11 मई को सिन्धू महल उदयपुर में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन में महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन व सन्त महात्मा, संगठन के केन्द्रीय व राज्य पदाधिकारी मार्गदर्शन देगें।
सिन्धू दर्शन तीर्थयात्रा 2025 का आयोजन 5 जून से लेह लद्धाख में
तीर्थयात्रा के प्रदेश प्रभारी मूलचंद बसंताणी ने कहा कि इस वर्ष तीर्थयात्रा का आयोजन 5 से 8 जून तक लेह लद्धाख में किया जा रहा है, जिसके लिये पंजीयन 30 अप्रेल 2025 तक किया जायेगा। यात्रा सडक व हवाई मार्ग द्वारा की जायेगी। सिन्धू घाट पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जिसमें स्थानीय कलाकारों के साथ अलग अलग राज्यों से भी कलाकार सम्मिलित हो रहे हैं।
सिन्धी बाल संस्कार शिविरों का आयोजन
प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने कहा कि राज्य भर में गीष्मकालीन अवकाश में 16 मई के पश्चात 15 दिवसीय सिन्धी बाल संस्कार शिविरों का आयोजन किया जायेगा जिसमें स्थानीय ईकाई के साथ पूज्य सिन्धी पंचायत व सामाजिक संगठनों की सहभागिता रहती है। शिक्षाविद्, साहित्यकार, पत्रकार व विषय विशेषज्ञ अपना मार्गदर्शन देगें। शिक्षण के साथ योग व आत्मरक्षा का भी ज्ञान करवाया जायेगा। राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद, नई दिल्ली के सहयोग से सिन्धी भाषा ज्ञान हेतु सर्टीफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स व एडवास डिप्लोमा कोर्स भी कराया जा रहा है।
बैठक का प्रारम्भ झूलेलाल, भारत माता, जगद्गुरू श्रीचन्द्र भगवान व सिन्ध के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। सन्त मायाराम ने आशीर्वचन कहे, स्वागत भाषण वीरुमल पुरसानी ने व लालचंद नथरानी ने आभार व्यक्त किया। मंच का संचालन ओम प्रकाश गुलाबानी ने किया। बैठक में हीरालाल गुरनानी, गंगाराम पेश्वानी, लक्ष्मण लालवानी, जितेन्द्र दरियानी, परमानंद तनवानी, कमल वेशनानी, गोपाल नानकानी, दीपक खुबवानी, बलराम किशनानी, सुग्नामल कलवानी, बबिता नारवानी, जानवी तनवानी, सुनीता नानकानी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।