शहर की सड़कों पर आवारा सांडों का कब्जा,क्या करें राहगीर

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निगम के प्रयास विफल – पार्षद दीपक मुदगल

भरतपुर बात बीती रात 9 बजे की है जब शहर में शादी विवाह का माहौल चल रहा है। एमएसजे कॉलेज से आगे दो आवारा सांडों में आधा घंटे तक हार जीत का मुकाबला चलता रहा। इस दौरान एक बारात को मुख्य सड़क का रास्ता छोड़कर दूसरे रास्ते से जाना पड़ा। लगभग आधे घंटे तक दोनों सांडों की लड़ाई ने रोड जाम रखा। दोनो सांडों के बीच लड़ाई इतनी खरतनाक थी की आपस में लहूलुहान हो गए। राहगीर रास्ता बदलकर अपने गंतव्य स्थल पर पहुंचे । पार्षद दीपक मुदगल ने बताया की शहर की मुख्य सड़कों पर ये घटनाएं आम हो गई हैं। शहर की कॉलोनी हों या सर्कुलर रोड या बीच बाजार नगर निगम के सामने ये विचलित करने वाले दृश्य आए दिन देखने को मिल जाएंगे। सांडों से प्रतिदिन कोई न कोई जख्मी होता रहता है। कई परिवारों ने अपने सदस्य भी खो दिए हैं। पार्षद ने कहा आवारा सांडों से मुक्ति दिलाने के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों का बजट मिलता है लेकिन लोगों को राहत नही मिल पा रही है। नगर निगम भरतपुर का हाल बेहाल होता जा रहा है। “घरों पर बंदर जीने नही दे रहे और बाहर आवारा सांड”। इधर सीवरेज के कारण फैली गन्दगी से लोग परेशान हैं तो वहीं आए दिन सड़कों का धंसना आम समस्या हो गई है। शहर में खाली पड़े प्लॉट में पनप रहे मच्छर भी लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं। पार्षद ने बताया कि शहर को व्यवस्थित नही कर पाना नगर निगम की लापरवाही अक्रमण्डता को दर्शा रही है जिससे शहर का आमजन बहुत परेशान है।


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