राजस्व सरकारी व कर्मचारियों की हड़ताल जारी, किसानो सहित अभ्यर्थी परेशान
बयाना 06 सितम्बर। सात सूत्रीय मांगों को लेकर शुरू हुई राजस्व सेवा परिषद के अधिकारी- कर्मचारियों की पेन डाउन स्ट्राइक बुधवार को दसवें दिन भी जारी रही। राजस्व कर्मचारियों ने दसवें दिन भी एसडीएम कार्यालय पर धरना देते हुए राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि खुद मुख्यमंत्री ने वार्ता में मांगों को जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया था, लेकिन 4 महीने गुजर जाने के बावजूद एक भी मांग पर आदेश जारी नहीं होने से कर्मचारियों में खासा आक्रोश व्याप्त है। उधर, राजस्व कर्मचारियों की स्ट्राइक से तहसील कार्यालय का कामकाज ठप पड़ गया है। कार्यालय में आने वाले किसानों और अन्य लोगों के काम नहीं हो पा रहे हैं। हड़ताल के चलते संवत 2077 की तरह इस बार भी खरीफ फसल की ऑनलाइन गिरदावरी नहीं हो पा रही है। इससे काश्तकारों को नकलें नहीं मिल पाएंगी। जिसका उन्हें लंबे समय तक खामियाजा उठाना पड़ेगा। इस अवसर पर तहसीलदार अमित कुमार शर्मा, नायब तहसीलदार ममता चौधरी, रणवीर सिंह और बालस्वरूप धाकड़, कानूनगो संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र पाराशर, पटवार संघ के अध्यक्ष रोहित जांगिड़, पूर्व अध्यक्ष देवीसिंह गुर्जर, योगेंद्र कुमार, कमल सौंखिया, ओमप्रकाश, श्याम सुन्दर शर्मा, आशीष सारस्वत, ओमप्रकाश, रामकृपाल, विश्वेन्द्र, लेखराज, सचिन, रामरूप, टिंकू, प्रमोद, भगवानसिंह, बाबूलाल आदि मौजूद रहे।
गौरतलब है कि राजस्व सेवा परिषद की ओर से सीधी भर्ती के आरटीएस को सीधे तहसीलदार पद पर संस्थित करने, पटवारी, भूअभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार, तहसीलदार का कैडर पुनर्गठन किया जाकर नवीन पद सृजित करने, नायब तहसीलदार के पद शत-प्रतिशत पदोन्नति से भरे जाने, पटवारी के स्थानांतरण संबंधी नियम 9(1बी) को पुनः बहाल करने, पटवारी की ग्रेड पे 2800 करने की मांग की जा रही है।