जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थानों पर दवा छिडकाव एवं फॉगिंग का कार्य किया शुरू
भरतपुर, 24 अप्रैल। भरतपुर शहरी क्षेत्र में मच्छरों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के निर्देशन में चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत मच्छर ब्रीडिंग स्थलों की पहचान एवं सर्वे करने के लिए महारानी श्री जया राजकीय महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र के एंटोंमोलॉजी संकाय के छात्रों की गठित दो टीमों द्वारा वार्ड नंबर 8, 18, 45 एवं 53 के विभिन्न एरिया एवं हरिजन बस्ती, कब्रिस्तान, बी-नारायण गेट, सोगरिया मोहल्ला, राधा स्वामी सत्संग भवन, पटपरा मोहल्ला, नीमदा गेट, दीनदयाल नगर, विकास नगर का सर्वेक्षण किया गया।
प्राणी शास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि क्षेत्रों में पानी के टैंक , तालाब , नालियां आदि का सर्वे कर लार्वा सैम्पल एकत्रित किये गये। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण किए गए तालाबों, खुले नालियों और अन्य जल संग्रह स्त्रोत पर भारी मात्रा में मच्छर और उनके लार्वा पाए गए तथा कुलेक्स मच्छर एवं उनके लार्वा बहुत अधिक मात्रा में थे। प्राणी शास्त्र विभाग के आचार्य डॉ. मुकेश कुमार ने टीम लीडर पुष्पेंद्र कुमार एवं गरिमा सिंह द्वारा उपलब्ध कराए गए सर्वेक्षण रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी।
जिला प्रशासन ने भेजी मौके पर टीम
जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने प्राणी शास्त्र विभाग की रिपोर्ट के अधार पर सफाई कार्य एवं मच्छरों की संख्या को कम करने के लिए नगर निगम को सफाई करने एवं खुली नालियों में दवाईयों का छिड़काव तथा फॉगिंग का कार्य करने हेतु निर्देशित किया। सफाई के लिए नगर निगम द्वारा टीम गठित कर सफाई कार्य एवं कीटनाशकों का छिड़काव प्रारम्भ कर दिया गया है। शिक्षण संस्थाओं एवं जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों के द्वारा किए जा रहे सर्वेक्षण एवं रोकथाम का मुख्य उद्देश्य भरतपुर शहर को मच्छर जनित बीमारियों से मुक्त करना है ।