सूरौठ। कस्बे के उदासी का बाग मंदिर परिसर में सर्व समाज के सहयोग से चल रही भागवत कथा के दौरान मंगलवार को आचार्य घनानंद महाराज ने सुखदेव विदाई के प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। इस अवसर पर कृष्ण रुक्मणी एवं सुदामा की सजीव झांकी सजाई गई। झांकी को देखने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कथा के दौरान आचार्य घनानंद महाराज ने कहा कि भगवान दीन दुखियों की आत्मा में निवास करते हैं। कथा के दौरान भगवान कृष्ण की 16108 रानियो का विस्तार से वर्णन किया गया। कथा सुनने के लिए पांडाल में काफी श्रद्धालु मौजूद रहे। इस अवसर पर भजन संगीत कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।