राजस्थान मिशन 2030 को लेकर अल्पसंख्यक वर्ग से मांगे सुझाव
सवाई माधोपुर 1 सितम्बर। राजस्थान मिशन 2030 को लेकर अल्पसंख्यको के समाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणीक विकास हेतु समग्र नीति, योजना कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए अल्पसंख्यक वर्ग के प्रबुद्धजन एवं विषय विशेषज्ञ और युवा व समाजसेवीयों के अमूल्य सुझाव प्राप्त करने के लिए गुरूवार को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मनोज कुमार मीना की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमे कार्यक्रम अधिकारी भावना शर्मा ने विभागीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए विभागीय प्रगति के बारे में विस्तार से अल्पसंख्यक वर्ग के सभी समुदायों को बताया।
इस अवसर पर राजस्थान समग्र जैन युवा परिषद् की तरफ से मिशन 2030 के तहत प्रत्येक जिला मुख्यालय पर जिला अल्पसंख्यक मामलात विभाग के कार्यालय के लिए भूमि आवंटन एवं निर्माण कराने, 15 सूत्रीय कार्यक्रम की क्रियान्विति के लिए राज्य में ब्लॉक स्तरीय समिति का गठन करने, प्रत्येक माह जिला स्तर पर कम से कम 1 सभा का आयोजन करवाने व उसके लिए सरकार के द्वारा कम से कम 5000 रूपये का बजट की राशि स्वीकृत करने, व्यवसायिक एवं शिक्षा ऋण में आय सीमा व निर्धारित इकाई लागत में वृद्धि करने एवं सरलीकरण करने, सभी छात्रवृत्तियों में आय सीमा व राशि बढ़ाने व योजनाओं के प्रचार- प्रसार एवं आमजन तक पहुचाने और विज्ञापन के लिए प्रत्येक जिला स्तर पर 2 लाख का वार्षिक बजट आवंटित करने की मांग रखी।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मनोज कुमार मीना ने बताया कि प्रबुद्धजन एवं विषय विशेषज्ञ ने मदरसा शिक्षा में सुधार, लक्ष्यों का समय सीमा में प्राप्ति हेतु महत्वपूर्ण सार्थक सुझाव प्राप्त हुए है जिन्हे संकलित कर निदेशक अल्पसंख्यक मामलात विभाग राजस्थान जयपुर के माध्यम से कैबिनेट मंत्री, राज्यमंत्री, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष तक पहुंचाया जाएगा वे माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष अल्पसंख्यक वर्ग के सुझावों को रखेगे।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक मामलात विभाग के कई अधिकारी और कार्मिक व अल्पसंख्यक वर्ग के मुस्लिम, जैन, ईसाई, सिक्ख, पारसी, बोद्ध समुदाय के लोग उपस्थित थे।