मौसमी बीमारियों को देखते हुये पर्याप्त दवा भण्डारण करें सुनिश्चित- जिला कलक्टर
भरतपुर, 03 सितम्बर। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छोंकरवाडा एवं पथैना का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेकर मौसमी बिमारियों की रोकथाम के लिए किये गये प्रबन्धों की जानकारी ली। संबंधित अधिकारियों को भवन में साफ सफाई में सुधार करने, जंाच उपकरणों को सुचारू रूप से चालू रखने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने छोंकरवाडा स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थित कार्मिकों की बायोमैट्रिक आधार पर उपस्थिति के साथ रजिस्टर का भी अवलोकन कर अनुपस्थित मिले कार्मिकों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने दवाईयों के भण्डारण की जगह कम होने के कारण आवश्यकता से अधिक दवाईयों को ड्रग वेयर हाउस में भिजवाने के निर्देश दिये एवं चिकित्सकीय सामान को गलियारों से हटाने को कहा जिससे कि मरीजों व तिमारदारों के बैठने की उचित व्यवस्था की जा सके। अस्पताल में आने वाले रोगियों को निशुल्क जॉच एवं दवा योजना का समय पर लाभ मिले इसके लिये दवाओं की उपलब्धता एवं उपकरणों का रखरखाव गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिये। आईपीडी एवं ओपीडी वार्ड का निरीक्षण कर चिकित्सकों को ड्यूटी चार्ट फॉलो करने एवं नियमित मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
जिले में मौसमी बीमारियों मलेरिया ड़ेंगू वायरल प्रकोप को रोकने के लिए संस्था क्षेत्र में एंटी लार्वा गतिविधियों के साथ-साथ आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होंने आयुष्मान कार्ड के पात्र लाभार्थियों की शत प्रतिशत ई केवाईसीे करवाने, मौसमी बीमारियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की समस्त योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करने तथा महत्वपूर्ण योजनाओं मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम व जननी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री राजश्री योजना का बेहतरीन ढंग से संचालन कर इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने पथैना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में निरीक्षण के दौरान संस्था की व्यवस्थाओं में सुधार लाने तथा भवन में आवश्यक मरम्मत कार्य कराने, उचित पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने संस्थान के लिये भूमि आवंटन कर नियमानुसार कार्यवाही में गति लाने के निर्देश दिये जिससे कि आमजन को शीघ्र राहत पहुंचाई जा सके। उन्होंने निर्देशित किया कि मौसमी बीमारियों के प्रकोप के कारण स्वास्थ्य केन्द्र में लगने वाली भीड़ को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने मरीजों से संवाद कर फीडबैक प्राप्त किया एवं स्वास्थ्य केन्द्र परिसर और टॉयलेट्स की नियमित साफ-सफाई के बेहतर इंतजाम करने, मरीजों और उनके परिजनों हेतु पर्याप्त शुद्ध शीतल जल उपलब्ध करवाए जाने एवं दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश चिकित्सा अधिकारी को दिये।