बीमार गौमाता की चिकित्सा,सेवा सुश्रुषा सबसे बड़ा मानवीयता का कार्य है : संत गोपालाचार्य गोपालानंद सरस्वती

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गौ चिकित्सालय में दवाइयों के लिए प्रति वर्ष एक लाख रुपये गोपाल परिवार की ओर से दिए जाएंगे

तलवाड़ा: सन्त श्री गोपालचार्य गोपालानंद सरस्वती जी महाराज की सद्प्रेरणा से निर्मित स्वामी रामज्ञान तीर्थ गौ चिकित्सालय के लोकार्पण महोत्सव अन्तर्गत चल रही नानी बाई रो मायरा कथा में पूर्णाहुति के अवसर पर कथा वाचक पूज्या दीदी श्रद्धा गोपाल सरस्वती ने गौ भक्ति के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि गाय को माता कहने से कुछ नही होगा ,जब तक सभी के मन मे गौमाता के लिए श्रद्धा का भाव नही जागेगा तब तक गौ की सच्ची सेवा करना संभव नही होता। सुख में तो सभी साथ हो जाते हैं परंतु दुःख के समय जो सच्चा हितेषी होता है वही साथ में खड़ा होता है इसलिए सुख हो या दुःख सच्चे मन से
गौमाता और गोपाल की भक्ति करते रहो ,सेवा करते रहो,कथा में भजन,गरबा रास पर सभी श्रोता भाव विभोर हो भक्तिभाव से झूम उठे,आज के मुख्य कार्यक्रम स्वामी रामज्ञान तीर्थ गौचिकित्सालय के लोकार्पण के अवसर पर आशीर्वाद देते हुए पूज्य संत श्री गोपालाचार्य गोपालानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि
गौसेवा ही प्रभु सेवा है। यदि गौसेवा का भाव मन मे नही है तो कितने भी भगवानों की सेवा कर लो वो कभी पूर्ण नही हो पाएगी, तन मन धन से परोपकार करना ही सबसे बड़ा धर्म है। संसार मे सभी के साथ प्रेमभाव से व्यवहार करना चाहिए हम सभी उस परमात्मा के पुत्र है न कोई छोटा और न कोई बड़ा है, सम्पूर्ण मानव जाति भगवान का अंग माने जाते हैं , हम सभी हिन्दू भाई-भाई है जिस दिन यह समरसता हम सब मे आ जाएगी उसी दिन अखंड भारत की संकल्पना पूर्ण हो जाएगी तथा भारत विश्वगुरु के पद पर पुनः प्रतिष्ठित हो जाएगा, लोकार्पण कार्यक्रम में भारत माता मंदिर से संत राम स्वरूप महाराज एवं राजस्थान सरकार में जनजाति केबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी,गढ़ी विधायक कैलाश मीना,हकरू भाई, विभाग कार्यवाह अशोक सुथार का सानिध्य प्राप्त हुआ
सद्गुरु की प्रेरणा से निर्मित गौ चिकित्सालय में सभी अत्याधुनिक सुविधाए उपलब्ध रहेंगी,बीमार, दुर्घटनाग्रस्त गौमाताओं की बड़ी से बड़ी शल्य चिकित्सा यहां पर हो सकेगी, गौमाताओं के लिए निर्मित प्रथम निजी बड़े और सभी सुविधाओं से युक्त गौचिकित्सालय के लोकार्पण से गौसेवको में हर्ष और उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है। पूर्णाहुति के अवसर पर सत्संग महोत्सव सह संयोजक प्रकाश भट्ट ने सत्संग महोत्सव में मिले अभूतपूर्व सहयोग समर्पण के साथ ही सभी के गौशाला व गौसेवा से जुड़ने पर धन्यवाद दिया। आज कथा में नानी बाई का मायरा भरने के समय भेट अर्पण करने के लिए गौ भक्तों में होड़ मच गई। सभी ने दिल खोलकर समर्पण कर मायरा रस्म को पूर्ण किया। आभार व्यक्त करते हुए गौशाला अध्यक्ष जयंत द्विवेदी ने सर्वप्रथम तलवाडा की मातृ शक्ति का आभार एवम धन्यवाद दिया जिन्होंने कथा महोत्सव की सभी जिम्मेदारियों को सफलता पूर्वक निर्वहन किया साथ ही गौशाला की गतिविधियों व सत्संग महोत्सव से जुड़ने के लिए में सभी गौभक्तो का सहृदय धन्यवाद देते हुए कहा कि सामाजिक समरसता का भाव लेकर आयोजिय इस सत्संग महोत्सव में सर्व समाज से 108 यजमान व सर्व समाज से 2100 कलशों के साथ माता बहनो की सक्रिय भागीदारी से शोभायात्रा भव्य एवं दिव्य बन गई व लोकार्पण महोत्सव अपने लक्ष्य की पूर्णता को पा गया , कथा महोत्सव के प्रधान यजमान अनिल सोनी,विमला बहन सोनी, हवनात्मक सुंदरकांड के प्रधान यजमान विद्याधर त्रिवेदी, तीनो दिन महाप्रसादी के यजमान रमेश भाई डिंडोर, टीकमसिंह राव, लक्ष्मीकांत त्रिवेदी,कथा स्थल आनंद वाटिका निशुल्क उपलब्ध करने के लिए अनिल जैन, साउंड सिस्टम निशुल्क लगाने के लिए योगेश सोनी और निशुल्क जेनरेटर उपलब्ध करने के लिए दिव्येश रावल का भी आभार व्यक्त किया एवं इन सभी भामाशाहों को डी पी ज्वेलर्स द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए ,मारुतिनंदन व्यायाम शाला और बजरंगदल कार्यकर्ताओ का भी हर समय गौ सेवा के लिए तत्पर रहने व लोकार्पण महोत्सव में सक्रिय सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।कथा उपरांत संत श्री गोपालाचार्य गोपालानंद सरस्वती जी एवं संतो ने स्वामी रामज्ञान तीर्थ गौ चिकित्सालय को गौ चिकित्सा के लिए गौ सेवकों को समर्पित किया। मुख्य यजमान परिवार द्वारा श्रीफल होम व संतो के आशीर्वाद के साथ लोकार्पण महोत्सव की पूर्णाहुति हुई।संचालन मीना पंवार एवं दीप्ती त्रिवेदी ने किया। ये जानकारी जगदीश पी व्यास प्रवक्ता गौवर्धन गौशाला तलवाड़ा ने दी।


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