तलवाड़ा, बांसवाड़ा।अरुण जोशी। रविवार रात्रि को शुभ मुहूर्त के अनुसार 12:20 पर होली का प्रचलित की गई। युवाध्यक्ष चन्द्रशेखर त्रिवेदी ने बताया कि सोमवार को शिशुओं की ढूंढ की रस्म सामाजिक रीति रिवाज के साथ ही संपन्न की गई । सहस्त्र ओदीच्य ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि सुबह बड़े धूमधाम के साथ रंगो उत्सव मनाया गया । दूसरी और जैन समाज की ओर से जैन मंदिर के होली चौक पर भी शिशु को ढूंढने का रस्म पूर्ण किया गया। सुबह महिला पुरुष युवा बच्चों ने एक दूसरे को रंग लगाकर होली की शुभकामना देते हैं। आज भी गांवो ओर कस्बों में पुरानी परंपरा बरकरार दिखाई देती हैं। किसी के घर में शिशुओं की ढूंढने की रस्म निभाई जाती हैं और वहा गोट लेंगे के जाते हैं। वहा पर उनका स्वागत किया जाता हैं।