सिलाई प्रशिक्षण से महीलाए अपने सपनों को साकार करने में सहायक बनेगी: तारा अहलूवालिया


बाल व महिला चेतना समिति ने सांगानेर की 22 सिलाई प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित

भीलवाड़ा।  बाल व महिला चेतना समिति द्वारा सांगानेर स्थित सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में श्रमिकों की बेटियों को उनका दो माह का प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रमाण पत्र वितरित कर सम्मानित किया गया। संस्था की अध्यक्ष तारा अहलूवालिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, हमारा उद्देश्य केवल महिलाओं को कौशल प्रदान करना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। यह पहल उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के साथ-साथ उन्हें अपने सपनों को साकार करने में सहायक बनेगी और हर महिला अपने हुनर पर गर्व कर सकेगी। संस्था द्वारा सांगानेर और गांधीनगर में श्रमिक परिवारों की बेटियों के लिए निरूशुल्क सिलाई और कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र चलाए जा रहे हैं। इन केंद्रों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं और किशोरियों को कौशल प्रदान किया जाता है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकें। प्रशिक्षण पूरा कर चुकी महिलाओं और किशोरियों ने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि वे अपनी खराब आर्थिक स्थिति के कारण कभी भी पैसा देकर ऐसा प्रशिक्षण नहीं ले सकती थीं। लेकिन संस्था की इस पहल से उन्हें मुफ्त में हुनर सीखने का अवसर मिला, जो उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। अब वे अपने सीखे हुए कौशल से आय अर्जित कर सकती हैं और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहयोग दे सकती हैं। संस्था की इस पहल से महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम बढ़ा है। इसका उद्देश्य न केवल कौशल विकास है, बल्कि महिलाओं को उनके अधिकारों और सामर्थ्य का अहसास कराना भी है। कार्यक्रम के दौरान सांगानेर की 22 सिलाई प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में संस्था के कार्यकर्ता श्यामलाल, गरिमा पंचोली, विशाल, भावना जोशी और परमेश देव भी उपस्थित रहे।


WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now