शाहपुरा|अखिल भारतीय श्री टाक क्षत्रिय महासभा की क्षेत्रीय शाखा डिग्गी मालपुरा के तत्वावधान में धर्मनगरी डिग्गी में 17 नवंबर, रविवार को जाट धर्मशाला में टाक समाज का 49वां सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित होगा। सम्मेलन को लेकर समाज में उत्साह का माहौल है, और तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस सम्मेलन को लेकर आज शाहपुरा जिले के जहाजपुर में पदाधिकारियों ने संपर्क कर समाज के लोगों को निमंित्रत किया।
सम्मेलन संयोजक मनोज कुमार टाक ने बताया कि इस आयोजन में देशभर से टाक समाज के महिला-पुरुष हिस्सा लेंगे। समाज के गणमान्य अतिथियों के बीच मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल कैबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चैधरी, उमराव सिंह टाक (गंगापुर सिटी) और विजय कुमार टाक (बैंकॉक) शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय श्री टाक क्षत्रिय महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष कंवरलाल टाक करेंगे। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में चिरंजीलाल टाक (लसानी) और ताराचंद टाक (किशनगढ़) उपस्थित रहेंगे।
जहाजपुर के भगवत टांक ने बताया कि सम्मेलन में विवाह करने वाले जोड़ों के लिए घोड़ी, बैंड-बाजा, पालकी, और अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सम्मेलन संयोजन समिति द्वारा की गई हैं। विवाह समारोह में भाग लेने वाले परिवारों और दूरदराज से आने वाले समाजबंधुओं के लिए 16 नवंबर की शाम से ही ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाएगी। सम्मेलन का शुभारंभ 17 नवंबर को प्रातः 8 बजे गणेश पूजन के साथ होगा। दोपहर बाद अविवाहित युवक-युवतियों के लिए परिचय सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें समाज के लोग अपने विवाह योग्य बच्चों को लेकर आएंगे।
क्षेत्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार टाक ने बताया कि इस बार का सम्मेलन डिग्गी में आयोजित होने के कारण बड़ी संख्या में समाजबंधुओं के पहुंचने की उम्मीद है। आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए विभिन्न समितियां गठित की गई हैं और उन्हें कार्यभार सौंपा गया है। सम्मेलन संयोजक मनोज टाक ने सभी समाजबंधुओं को आमंत्रण पत्र भेज दिए हैं और अधिक से अधिक जोड़ों का विवाह संपन्न कराने के लिए पूरी केंद्रीय कार्यकारिणी और सम्मेलन संयोजन समिति सक्रिय है।
उल्लेखनीय है कि डिग्गी, कल्याण धणी की नगरी के रूप में जाना जाता है, में यह आयोजन समाज की एकता और समर्पण का प्रतीक बनेगा। सम्मेलन को लेकर टाक समाज में उत्साह का माहौल है, और हर वर्ग इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दे रहा है। इस सामूहिक विवाह सम्मेलन से न केवल समाज की परंपरा को बल मिलेगा बल्कि विवाह योग्य युवक-युवतियों को अपने जीवनसाथी चुनने का एक उत्कृष्ट मंच भी प्राप्त होगा।