हरिशेवा शिक्षण प्रशिक्षण विद्यालय में आचार्य जगतगुरु श्री श्रीचंद्र जी महाराज पर आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताएँ
भीलवाड़ा। हरीशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में रविवार दिनांक 24/9/2023 को आचार्य जगतगुरु श्री श्रीचंद्र जी महाराज का 529वाँ प्राकट्य उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान श्रीचन्द्र जी का जन्म संवत् 1551 भाद्रपद शुक्ला नवमी को हुआ था। उनके गुरु अनंत श्री विभूषित अविनाशमुनि जी उदासीन थे। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी के सानिध्य में आश्रम में प्रातः काल 7 बजे से ही हवन यज्ञ पूजन आदि किए जाएँगे। अन्नपूर्णा रथ के माध्यम से ज़रूरतमंदों के लिए भंडारा प्रसादी वितरित की जाएगी। तत्पश्चात् साँय 4 बजे बाबा श्रीचन्द्र जी का अभिषेक, आरती व सत्संग किया जाएगा। इस अवसर पर हरिशेवा शिक्षण प्रशिक्षण विद्यालय में आचार्य जगतगुरु श्री श्रीचंद्र जी महाराज पर सप्ताह भर विभिन्न प्रतियोगिताएँ एवं चर्चाओं का भी आयोजन किया गया। महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी ने बताया कि विद्यालय में उदासीन आचार्य जगद्गुरु श्री श्री चंद्र जी भगवान के संबंध में आयोजित करने का मक़सद विद्यार्थियों को आचार्य श्री श्रीचन्द्र जी के बारे में, उनके जीवन में की गई लीलाओं संबंधित अधिकाधिक जानकारी मिल सके। विद्यालय के प्राचार्य कैलाश जी तिवारी ने प्रतियोगिताओं की जानकारी देते हुए बताया कि सर्वप्रथम निबंध प्रतियोगिता निबंध प्रतियोगिता का विषय था उदासीन आचार्य जगद्गुरु श्री श्री चंद्र जी भगवान का जीवन दर्शन एवं आज के युग में इसकी प्रासंगिकता।
इसमें विद्यालय के 49 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें प्रथम प्रवीण शर्मा डीएलएड प्रथम वर्ष, द्वितीय स्थान पर खुशी पोरवाल एवं पूजा तेली तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार द्वितीय दिवस पर उदासीन आचार्य श्री श्री चंद्र भगवान को जानो सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता रखी गई जिसमें 138 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसमें खुशी पोरवाल प्रथम शुभम गौतम द्वितीय एवं रिंकू खारोल तृतीय रही।
तीसरी प्रतियोगिता भाषण प्रतियोगिता रखी गई, जिसमें 21 विद्यार्थियों ने भाग लिया इसमें काजल स्वर्णकार प्रथम निकिता राठौड़ द्वितीय एवं प्रवीण शर्मा तृतीय स्थान पर रहे। सभी प्रथम द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को आचार्य जी के स्वरूप एवं पुरस्कार राशि देकर सम्मान दिया जाएगा। आश्रम में उदासीन आचार्य जगतगुरु श्री श्री चन्द्र भगवान का उत्सव मनाने के लिए स्वामी जी सहित संत मायाराम, संत राजाराम, संत श्रवणदास, ब्रह्मचारी मिहिर, ट्रस्टी एवं सभी भक्त उपस्थित रहेंगे।