बेमरा गांव में फैला गंदगी का साम्राज्य सफाई कर्मी हुए ईद के चांद
बजबजा रही नालियां संक्रमण से स्कूली बच्चे व ग्रामीण हो रहे बीमारी के शिकार
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बेमरा में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, और नालियां बजबजा रही हैं। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव के समुचित विकास के नाम पर जहां प्रतिवर्ष सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर सफाई कर्मियों की नियुक्ति कर रखी है लेकिन गांव की समस्याओं की बात करें तो नजारा इतर है। पूरे गांव में घरों के सामने गंदा पानी जमा हो जाने से उठ रहे दुर्गंध से जीना दुश्वार हो गया है, गंदगी की बदौलत जलजमाव होने की वजह से मौसमी मच्छरों ने अपना आशियाना बना लिया है। मच्छरों के काटने से लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। मजे की बात तो यह है कि की प्राथमिक विद्यालय के बगल नाली चोक होने की वजह से बनने वाले स्कूल में मिड डे मील योजना में बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन में मक्खियां उड़कर थाली में बैठ जाती है जिससे बच्चों को भोजन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है यहां तक की मक्खियां भोजन में ही मर जाती हैं मगर मजबूर बच्चे मक्खियों को बाहर निकालकर निवाला निगल रहे हैं। जिससे स्कूली बच्चों को बीमार होने का खतरा बना रहता है मगर जिम्मेदारों के सिर पर जू तक नहीं रेंगती।आखिर सवाल यह उठता है कि जिम्मेदारों की सरपरस्ती में सफाई कर्मियों की गैर हाजिरी से ग्रामवासी कबतक नरक झेलेंगे लोगों में भारी आक्रोश है। वही ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सक्षम अधिकारियों एवं ग्राम प्रधान की उदासीनता के कारण ग्राम पंचायत में गंदगी का अंबार लगा हुआ है।ऐसा प्रतीत होता है जैसे जिम्मेदारों ने यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखाते हुए भाजपा शासनकाल को बदनाम करने का मन बना लिया है तो कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।