कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर लगाना दिव्यांगजनों के लिए बहुत बड़ी सेवा: कलेक्टर नमित मेहता
दो दिवसीय शिविर में 127 दिव्यांगजन लाभान्वित
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) भारत विकास परिषद स्वामी विवेकानंद शाखा की ओर से श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति उदयपुर के सौजन्य एवं श्रीमती आशादेवी तोषनीवाल फाउण्डेशन (कृष्णगोपाल तोषनीवाल) के सहयोग से कॉलेज रोड स्थित केसरीमल भेरूलाल माहेश्वरी धर्मशाला में मंगलवार सुबह 9 बजे दो दिवसीय कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर का बुधवार को समापन हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि भारत विकास परिषद की पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। पूरे देश में डेढ़ लाख से ज्यादा कार्यकर्ता की सेवा कार्य में लग रहे हैं 1500 ब्रांच सेवा कार्य कर रही है यह बहुत सराहनीय है। दिव्यांग भाई बहनों के लिए सोचने वाले भामाशाह बहुत बड़ी सेवा कर रहे हैं। आज अगर किसी का चश्मा दो घंटे हटा दिया जाए तो वह परेशान हो जाता है लेकिन जिसके हाथ पैर कटे हुए है या किसी कारणवश काम नहीं करते वह कितना परेशान होता होगा। ऐसे में इस तरह के शिविर उनके लिए वरदान साबित हो रहे हैं। दिव्यांग जनों की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। शिविर के आयोजन में पूरा सहयोग करने वाले किसने गोपाल तोषनीवाल भी साधुवाद के पात्र हैं। हम दिव्यांगजनों की सारी कठिनाई तो दूर नहीं कर सकते लेकिन जितना कर सकते हैं उतना तो करें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधायक अशोक कोठारी ने कहा कि भारत विकास परिषद दिव्यांग जनों के कल्याण के लिए बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत के संरक्षक रामेश्वर काबरा ने कहा कि दिव्यांग जनों की सहायता करने से संतोष मिलता है। परिषद की ओर से समय-समय पर शिविर लगाकर दिव्यांग जनों को नया जीवन प्रदान किया जा रहा है। रेंगकर आने वाले दिव्यांगजन चलकर जा रहे हैं। रोते हुए आने वाले दिव्यांग जनों कि आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे हैं। दिव्यांग जनों की सहायता के लिए आयोजित शिविर के लिए परिषद के मध्य प्रांत के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी भी सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने सोडाणी का साधूवाद जताते हुए सभी लाभार्थियों को नशा मुक्ति का संकल्प दिलाया। भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया कि 25 वर्षों में भारत विकास परिषद की ओर से 41 शिविर लगाए जा चुके हैं। 3800 लोग इसमें लाभान्वित हुए। जो व्यक्ति रैंग करके आए थे उनको खड़ा करने का काम भारत विकास परिषद ने किया है। इसके लिए हमें सभी दिव्यांग भाई बहनों की दुआएं मिली है। उनकी दुआओं से अभिभूत होकर ही हम निरंतर इस कार्य को कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि हर गली मोहल्ले से कोई भी दिव्यांग अंग से वंचित न रहे। भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत की ओर से इस वर्ष 7 शिविर लगाए गए। सोडाणी ने बताया कि विगत 27 वर्षों से लगातार लगाए जा रहे। दिव्यांग सहायतार्थ कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर में पहली बार हाथों-हाथ वर्कशॉप में कृत्रिम हाथ पैर बनाकर लगाए जा रहे है। खास बात यह है कि भारत विकास परिषद को दिव्यांग शिविर लगाने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है।
127 दिव्यांगजनों का हुआ पंजीयन
विवेकानंद शाखा के सचिव गिरीश अग्रवाल ने बताया कि शिविर में कुल 127 दिव्यांगजनों का पंजीयन हुआ। कृत्रिम हाथ के लिए 2 को जयपुर रेफर किया गया। 56 को कृत्रिम पैर लगाए गए। 42 को श्रवण यंत्र, 6 दिव्यांग जनों को ट्राई साइकिल वितरित की गई। 2 दिव्यांग जनों को व्हीलचेयर भेंट की गई। 6 लोगों को बैसाखियां दी गई।
शिविर में इनका रहा सहयोग
शिविर में प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी संजय बम्ब, ममता जिंदल, गायत्री आचार्य, प्रांतीय वित्त सचिव शिवम् प्रहलादका, डॉ. सुमन बडोला, संरक्षक कमला गोखरु, परिषद के जिला सचिव अमित सोनी, विवेकानंद शाखा के अध्यक्ष बालमुकुंद डाड, शिविर प्रभारी आदित्य मानसिंहका, शांतिलाल पानगढ़िया, संदीप बाल्दी, मनोज माहेश्वरी, ओमप्रकाश लढ़ा, मुकेश सेन, जगदीश काबरा सहित भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति उदयपुर के डायरेक्टर वर्धमान मेहता का पूरा सहयोग रहा।