भगवान भाव से ही भक्त के वश में हो जाते हे:-मंहत जयरामदास जी महाराज
भीलवाड़ा|भगवान भाव के भूखे है, भक्त के भाव से ही प्रभु भक्त के वश में हो जाते हे और भाव की भक्ती भजनों से ही संभव है, रोजाना भजन करे, प्रभू का स्मरण करे, यह आशीर्वचन गायत्री माता मन्दिर सीताराम संत सेवा आश्रम के महंत जयरामदास महाराज ने भजन संध्या कार्यक्रम में भक्तों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए!
गायत्री माता मंदिर सीताराम संत सेवा आश्रम, अहिंसा सर्किल, कोटा रोड पर आयोजित तीन दिवसीय प्रथम पाटोउत्सव कार्यक्रम के दूसरे दिन भजन संध्या का भव्य आयोजन हुआ, इस भजन संध्या को राष्ट्रीय कथावाचक गोभक्त इंजीनियर दिव्यांशु दाधीच ने अपनी मधुर ध्वनि से भजनों की गंगा बहाई , उनके साथ सह गायक प्रियंक सेन, पेड वादक विष्णु बड़ांगा, ढोलक वादक दिनेश, गणेश गंधर्व, ऑर्गन वादन अक्षत सोनी, अन्य गोवत्स सुरेंद्र सिंह, विष्णु कोली, विकाश कसारा, सुरेश माली, आर्यन पांचाल व समस्त गौवत्स परिवार बंधुओ ने पूरा संगीतमय कार्यक्रम बनाने में भरपूर सहयोग दिया, कार्यक्रम के तीसरे दिन पाटोउत्सव पर्व पर प्रातः काल अभिषेक हुआ, दोपहर में 56 भोग भक्तों ने लगाया, सांयकाल महाप्रसादी का आयोजन रहा, मंदिर के भक्तों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भीलवाड़ा के सांसद सुभाष बहेड़िया, पूर्व सभापति मधु जाजू, ओम नारानीवाल, मंजू पोखरना, मंजू चेचानी, नगर परिषद का आयुक्त हेमाराम चौधरी, विश्व हिंदू परिषद के बद्रीलाल सोमानी, अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री चंद्र सिंह जैन, पार्षद रमेश कोईवाल, मधु शर्मा, अनिल सिंह जादौन, लव कुमार जोशी, सागर पांडे, विजय कुमार लड्डा, पूर्व पार्षद इंदिरा छिपा, नगर पालिका मांडलगढ़ के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार आंचलिया, पवन खेमका, दिनेश कुमार ईनाणी, रामगोपाल पोरवाल, पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी ज्ञान मल खटीक, सत्यनारायण श्रोत्रीय, रामेश्वर ईनाणी, गोपाल सोमानी, नवीन मेहता, हरनारायण माली, जमना लाल शर्मा, कैलाश पारीक, मंजु पंचोली, प्रिंस व्यास, प्रेम बाई कोली, रामू देवी गुर्जर, सुशांत पोरवाल, बसंती बाई राजपूत सहित सैकडो भक्तो का आयोजन में सान्निध्य रहा, सभी अतिथियों का स्वागत हरनारायण माली ने तिलक लगाकर स्वागत किया!