पूरे वर्ष अफसरो की गोदी में खेलने वाले नेता चुनाव आते ही करने लगे बरसाती मेंढक की तरह टर्र टर्र
प्रयागराज। जनता का प्रतिनिधित्व करने की बात कर चुनाव मैदान में उतरने वाले नेता चुनाव खत्म होते ही अफसरो की गोदी में खेलने लगते हैं पूरा समय बीत गया लेकिन जनता का दुख दर्द इन नेताओं को दिखाई नहीं पड़ा बल्कि आम जनता का दुख दर्द बढ़ाने में इन नेताओं की महती भूमिका रही है।अपने और अपने लोगों के निजी स्वार्थ के चलते निर्दोषों पर इन नेताओं ने खूब मुकदमे दर्ज कराए हैं बेकसूर जनता की खूब गिरफ्तारी कराई है और चुनाव नजदीक आते ही फिर जनता के हिमायती बनने का ढोंग करने लगे हैं।लेकिन आम जनता के सीने में नेताओं के दिए गए घाव चुभ रहे हैं अब जनता के हर दुख दर्द को समझने की कोशिश करने वाले यह नेता पूरे 5 वर्ष तक जनता की मुसीबत का सबब बने हुए थे अफसरो के बीच में रहकर वाहवाही लूटने वाले इन नेताओं ने अपराधियों माफियाओं की खूब सिफारिश कर धन वसूली की है लेकिन लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही यह नेता जनता के लिए आसमान से तारे भी तोड़कर लाने को तैयार दिखाई पड़ रहे हैं। लेकिन हकीकत इससे बहुत दूर होगी मौका परस्त इन नेताओं द्वारा आम जनता को केवल लुभावने वादे दिखाए जा रहे हैं चुनाव खत्म होते ही माफियाओं अपराधियों की तरफदारी करने में अपने अपने को गौरवान्वित महसूस करने वाले इन नेताओं ने जनता को जी भरकर कुचला है शिक्षा स्वास्थ्य की व्यवस्था चौपट कर तिजोरी भरने वाले यह नेता अब जनहित के मुद्दों की चर्चा कर आम जनता के बीच उपहास का पात्र बन रहे हैं। व्यापारियों को लुभाने के लिए उन्हें सपने दिखाए जा रहे हैं लेकिन कभी गनर की लम्बी फौज के बीच रहने वाले यह नेता आम जनता से बात करने में अपने को शर्म महसूस करते थे।