गंगापुर सिटी | रामलीला के मंचन में रावण और बाणासुर के संवाद के साथ धनुष भंग दृश्य प्रस्तुत किया गया इस दौरान देशभर से आए राजाओं ने धनुष को उठाने का प्रयास किया लेकिन कोई भी सफल नहीं हो सका अंततः गुरु वसिष्ठ की आज्ञा से श्री राम जी ने धनुष को एक तिनके की तरह उठा लिया और देखते-देखते धनुष तेज आवाज के साथ दो भागों में बांट दिया इस अवसर पर सीता जी ने राम के गले में बर माला डाल दी और विधि विधान वेद मंत्रों के साथ राम सीता का विवाह संपन्न हुआ। इसके बाद लक्ष्मण और परशुराम दोनों का संवाद हुआ। सभापति शिवरतन अग्रवाल, समस्त पार्षद एवं उपस्थित लोगो ने राम सीता का कन्यादान किया। रामलीला कार्यक्रम में सभापति शिवरतन अग्रवाल, जेलर सुखबीर सिंह समस्त पार्षद एवं समस्त हजारों की भीड़ मौजूद रही।