भाविप विवेकानंद शाखा के बालमुकुंद डाड बने पुनः अध्यक्ष, गिरीश अग्रवाल सचिव
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) भारत विकास परिषद की विवेकानंद शाखा के चुनाव व सभा शास्त्री नगर स्थित भारत विकास भवन पर हुई। चुनाव में नवीन दायित्व धारियों 2024-25 का चयन किया गया। चुनाव प्रभारी पंकज अग्रवाल ने अध्यक्ष पद के लिए बालमुकुंद डाड, सचिव पद के लिए गिरीश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष पद के लिए भेरुलाल अजमेरा को शपथ दिलाकर चयन प्रक्रिया पूर्ण करवायी गई। अध्यक्ष बालमुकुंद डाड द्वारा महिला प्रमुख के नाम की घोषणा की गई, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए श्रीमती अनु हिम्मतरामका को महिला प्रमुख बनाया गया। सभा में राष्ट्रीय समग्र ग्राम विकास योजना के अध्यक्ष मुकुनसिंह राठौड़ ने नवनियुक्त दायित्व धारियों को नवाचार के साथ परिषद द्वारा प्रदत्त क्रियाकलापों को संपादित करने का आग्रह किया। वित्त सचिव भेरुलाल अजमेरा द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया। अध्यक्ष बालमुकुंद डाड द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। शाखा सचिव गिरीश अग्रवाल ने वित्त वर्ष 2030 24 का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। शाखा में विभिन्न स्थाई प्रकल्प संचालित है इसमें शाखा सदस्यों द्वारा नियमित सेवा देने वाले सदस्यों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही शाखा के नन्हे बच्चों के उल्लेखनीय उपलब्धियां के लिए उन्हें भी सम्मानित किया गया। 6 वर्षीय तश्वी सोडाणी, 10 वर्षीय पार्थ सोनी एवं आदित्य माहेश्वरी का उपलब्धियां हेतु मोमेंटो एवं उपहार से सम्मानित किया गया। शाखा के वरिष्ठ सदस्य एवं प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी को विकास रत्न बनने हेतु सम्मानित किया गया। फिजियोथैरेपी क्लिनिक में निःस्वार्थ सेवाएं देने वाली डॉक्टर वर्षा काबरा, एक्यूप्रेशर सेवाएं देने वाले बालकिशन पारीक, हर मांह के अंतिम रविवार को आयुर्वेदिक कैंप में निःशुल्क सेवाएं देने वाले डॉक्टर अनुराग शर्मा, हर दो माह में आयोजित होने वाले 3 दिवसीय मेगा एक्यूप्रेशर एवं आयुर्वेदिक शिविर में निःशुल्क सेवाएं देने वाले कमल चोरडिया को भी सम्मानित किया गया। राजस्थान मध्य प्रांत के वित्त सचिव शिवम प्रहलादका, जिला सचिव अमित सोनी एवं विवेकानंद शाखा के लगभग 40 सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनु हिम्मतरामका एवं अतुल शाह द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीयगान से किया गया, तत्पश्चात शाखा परिवार के जो सदस्य बैकुंठवासी हो गए उन्हें 2 मिनट की मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई।