भीलवाड़ा में विश्व की सबसे बड़ी रोटी बनाने का बनेगा रिकार्ड
8 अक्टूबर को होगा इसका प्रदर्शन; एक हजार किलो का तवा और 20 फीट लंबा होगा बेलन
राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र से पहुंचे हलवाई; महामण्डलेश्वर की मौजूदगी में होगा कार्यक्रम
भीलवाड़ा, मूलचन्द पेसवानी/ कहते है कि मन में कुछ करने की ठान ली जाए तो उसको पूरा करने में ईश्वर भी साथ देता है। ऐसा ही कुछ भीलवाड़ा के कैलाश सोनी ने मन में ठाना। सनातन संस्कृति के अनुरूप अपने जन्मदिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए 8 अक्टूबर को भीलवाड़ा में विश्व की सबसे बड़ी रोटी बनाने का अनूठा कार्य किया जा रहा है। यह नवाचार होगा। यह कार्य हरिसेवा उदासीन सनातन आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसरामजी महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा। 8 अक्टूबर को कैलाश सोनी का जन्म दिन है। सोनी भीलवाड़ा भाजपा के जिला प्रवक्ता व राजस्थानी जनमंच के अध्यक्ष है।
कैलाश सोनी ने बताया कि विश्व की सबसे बड़ी रोटी बनाने का इतिहास 8 अक्टूबर 23 को भीलवाड़ा में रचा जाएगा। इस रोटी का वजन करीब 151 किलोग्राम होगा। इसे बनाने के लिए राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के 12 ट्रेंड हलवाईयों को बुलाया गया है। रोटी को सेकने के लिए लोहे का तवा भी एक हजार किलोग्राम वजन का होगा। वहीं, बेलन 20 फीट लंबे लोहे के पाइप का तैयार किया है। इसकी मोटाई लगभग 70 एम एम की होगी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले जामनगर (गुजरात) का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में करीब 145 किलोग्राम की रोटी बनाने रिकॉर्ड है। ये केवल खास मौके जामनगर में जलाराम बापा की जयंती और दगड़ू सेठ गणपति सार्वजनिक महोत्सव में बनाई जाती है। जलाराम मंदिर की जीर्णोद्धार कमेटी रोटी बनाती है।
अब इससे बड़ी रोटी भीलवाड़ा में बनाई जाएगी। रोटी को बनाने के लिए शुक्रवार से चूल्हा और तवा बनाने की तैयारी शुरू की गई। आज इस कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
भीलवाड़ा में इस रोटी को हरिसेवा उदासीन सनातन आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसरामजी महाराज के सानिध्य में बनाया जाएगा।
राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष कैलाश सोनी ने बताया कि आयोजन को लेकर तैयारियां पूरी हो गई है। करीब 50 कार्यकर्ताओं की टीम तैयारी में जुटी। रोटी के लिए 151 किलो आटा लगेगा। इस कार्यक्रम की लाइव रिकॉर्डिंग भी की जाएगी। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को बनाने के लिए लिम्का बुक का रिकॉर्ड इंटरनेशनल बुक का रिकॉर्ड मे भी आवेदन कर दिया है। इस विशालकाय रोटी को देखने के लिए भीलवाड़ा शहर में जबरदस्त उत्साह रोमांच है। विशेष कर महिलाओं युवतियों मे बहुत अधिक उत्सुकता है।
रोटी बनने के बाद खिलाया जायेगा प्रसाद-राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष कैलाश सोनी ने बताया कि रोटी को लगभग एक हजार से ज्यादा लोगों के लिए प्रसाद के रूप में बनाया जा रहा है। रोटी के साथ पंचकुटे की सब्जी को परोसा जाएगा। यह कार्यक्रम 8 अक्टूबर को ही होगा।
चार घंटों में तैयार होगी बड़ी रोटी-इस विशालकाय रोटी को विशालकाय स्टील के डंडे जो लगभग 20 फीट लंबे से बेला जाएगा। इस रोटी को ऊपर से सेकने के लिए रोटी के ऊपर भी तवा लगाकर सिकाई की जाएगी। रोटी को बनाने के लिए एक हजार ईंटों की बेस से एक 12 गुणा 16 का चूल्हा तैयार किया गया है। चूल्हे में सबसे नीचे की जगह को खाली रखा गया है। उसमें लोहे की जाली लगाई गई है। लोहे की जाली पर घास और कोयला डाला गया। इस पर लोहे के तवे को सेट किया। रोटी बनाने से पहले चूल्हे के नीचे से आग लगाकर कोयलों को तैयार किया जाएगा। इसके बाद तवे को ठंडा कर रोटी का आटा डालकर उसे बेलन से आकार दिया जाएगा। फिर कोयले की धीमी आंच पर उस रोटी को पकाया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में करीब 4 घंटे से ज्यादा का समय लगेगा।