अरावली में यज्ञ का विज्ञान सत्र, अश्विनी गुरु के साथ


सवाई माधोपुर 14 मई। ध्यान फाउंडेशन, अश्विनी गुरु के मार्गदर्शन में, जयपुर में 21 मई से 27 मई तक यज्ञों के विज्ञान और दिव्य चिकित्सा मंत्रों पर आधारित एक अनोखा 6 रातों का आवासीय रिट्रीट आयोजित कर रहा है। यह रिट्रीट वैदिक शास्त्रों में वर्णित ध्वनि की शक्ति और अग्नि की शुद्धिकरण क्षमताओं के माध्यम से प्रतिभागियों की ऊर्जा, मानसिकता और शरीर में परिवर्तन लाने के लिए बनाया गया है।
ध्यान आश्रम के अश्विनी गुरु जो योग, आयुर्वेद, मंत्र, यज्ञ, वैदिक मार्शल आर्ट और आध्यात्मिक उपचार जैसे प्राचीन विज्ञानों के ज्ञाता हैं, स्पष्ट करते हैं, यज्ञ दिव्य शक्तियों से जुड़ने का एक माध्यम है। यह मात्र एक कर्मकांड नहीं, बल्कि एक ऐसा विज्ञान है जो अग्नि की शुद्धिकरण और परिवर्तनकारी शक्ति का उपयोग करके उन ऊर्जाओं को प्रकट करता है, जो सृष्टि का संचालन करती हैं और उन्हें इच्छित लक्ष्य की ओर प्रवाहित करती हैं। वे अपने शिष्यों द्वारा किए गए यज्ञों की अग्नि में प्रकट हुई दिव्य अभिव्यक्तियों की बिना संपादित तस्वीरों को ध्यान फाउण्डेशन डॉट कॉम पर देखा जा सकता है के माध्यम से इस बात की पुष्टि करते हैं।
जब सही तरीके से यज्ञ किया जाता है, तो अग्नि में धुआं नहीं होता है, हवा सुगंधित हो जाती है, वातावरण में पूर्ण परिवर्तन होता है और दिव्य अभिव्यक्तियाँ स्पष्ट होती हैं, गुरु कहते हैं। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री, श्रीपद नाइक, ध्यान आश्रम में आयोजित एक यज्ञ में भाग लिया और यज्ञ के प्रभावशाली प्रभावों से अभिभूत होकर बोले, ष्ऐसा मंत्रोच्चारण मैंने पहले कभी नहीं सुना।
सृष्टि में आप जो कुछ भी देखते हैं, उसमें एक ध्वनि होती है, वह एक विशिष्ट आवृत्ति पर कंपन करती है। वैदिक ऋषियों ने हमें मंत्रों का विज्ञान देने के लिए ध्वनि के विज्ञान में महारत हासिल की। प्रत्येक मंत्र एक विशिष्ट देवता की आवृत्ति से मेल खाता है, मंत्र के प्रभाव के लिए उस आवृत्ति में प्रवेश करना होता है, गुरुजी कहते हैं। कुछ वर्ष पूर्व, ध्यान फाउंडेशन ने अश्विनी गुरु के मंत्रोच्चारण की ध्वनियों का एक मंत्र स्कैनर की सहायता से मानचित्रण किया था, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न दिव्य स्वरूपों की संरचनाएँ रिकॉर्ड की गईं वीडियो ध्यान फाउण्डेशन डॉट कॉम पर उपलब्ध है।
इस 6 रातों के रिट्रीट में, प्रतिभागियों को स्वयं गुरु द्वारा दिव्य चिकित्सा मंत्रों की उपचारकारी तरंगों से भी अवगत कराया जाएगा। दिव्य चिकित्सा मंत्र, 7 मंत्रों का एक संयोजन है जो नाड़ियों (ऊर्जा चौनलों) को खोलने और एक परिवर्तनकारी और उपचारकारी प्रभाव उत्पन्न करने के लिए विशिष्ट चक्रों को जगाने का काम करते हैं, गुरु बताते हैं।
व्यावहारिक कार्यशालाओं और अनुभवात्मक सत्रों की एक शृंखला के लिए तैयार हो जाइए, जो आपको अश्विनी गुरुजी के साथ सीधा संवाद करने और यज्ञों तथा मंत्रों की ऊर्जा और स्पंदनों को आत्मसात करने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करेगी।


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