भगवान महावीर के सूत्रों में है हेल्थ और फिटनेस के रहस्य- मुनी मेघांश
पेसवानी, भगवान महावीर 2550 वां निवार्ण कल्याणद पर युगप्रधान आचार्य महाश्रमण के आज्ञामवर्ती शासन श्री मुनि सुरेश कुमार के सान्निध्य में महावीर वाणी विचार कुंभ का शुभारंभ माहााप्रज्ञा विहार में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंग सभा के बैनर तले म हुआ।
समस्या स्वास्थ्य की : समाधान महावीर के विषयक संगोष्ठि को संबोधित करते हुए मनी संबोध कुमार ‘मेघांश’ ने कहा- साईम शास्त्रों की कोख से जन्म लेता है। २८०० साल पहले भगवान महावीर ने जिस लाइफ स्टाइल का निरुपण किया आज वही मेडिकल लाइंस, आयुर्वेदा, नेचरोपैथी , प्राणिक हिलोंग, एसयुप्रेशर जैसी चिकित्सा पद्धतियों का आधार है। सुबह के जल्दी जागने से रात के जोने तक की भगवान महावीर द्वारा प्रणीत दिनचर्या के साथ जीए तो जीवन के अंतिम क्षण तक सक्रियता से जी सकेंगे। हम जब सुबह होने से २ घंटे पहले जागते है तो हम प्रतिदिन २६ घंटे जीते है अब योग, ध्यान, फास्ट से अपनी सहजता को बनाए रखते ।
बतौर मुख्य वक्ता डॉ. रिद्धिमा खमेसरा ने विषय प्रस्तुति देते हुए कहा- जैन सृष्टि में केवल २ प्रतिशत है मगर खान-पान की शैली पुरी दुनिया ने जैन धर्म का अनुसरण किया। जब हम तामसिक व राजनीक भोजन को शरीर की आदत बना देते हैं तो हम अहिंसा को चरमरा देते है। विज्ञान का इतरमिटिंडेड उपास जैन धर्म के रात्री भोजन त्याग, नवकारसी, प्रहरसी, उनोदरी, वीगयवजर्न से प्रेरित हैं। कोविड के बाद हार्ट अटेकन कैंसर की संभावनाओं ने अपने दरवाजे खोल दिए। जरुरत है अपने मेटाबोलिज्म को तेजस्वी बनाने वाली भगवान महावीर की आदर्श जीवन शैली अपनाने की १ याशिका राठौड़ के “हम महावीर की संतान है” गीत से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
२ स्वागत व विषय प्रस्तुति तेरापंथ सभाध्यक्ष अर्जुन खोखावत ने दी। आभार अशोक चौरड़िया ने किया।
मंच संचालन तेरापंथ सभा मंत्री विनोद कच्छारा ने किया। अंत में उपस्थित भावक-श्राविकाओं ने स्वास्थ्य से जुडी जिज्ञासार व्यक्त की. जिसका समाधान मुख्य वक्ता डॉ. रिद्विमा रखमेसरा ने दिया। कार्यक्रम में ते यु-प अध्यक्ष विक्रम पगारिया, महिला मंडल अध्यक्षा सीमा बानेल उपस्थित थे।