सवाई माधोपुर 6 फरवरी। जिला मुख्यालय पर सर्किट हाउस से जीनापुर अण्डर पास से होकर लालसोट मेगा हाईवे पर जाने वाले रास्ते में अण्डर पास में हमेंशा पानी भरा रहता है। इस कारण इस रास्ते होकर जाने वाले वाहनांे को इस पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि इसका समाधान केवल यहाँ ओवर ब्रिज बनाना ही हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों जिला मुख्यालय के शहर और बजरिया के दो भागों को जोड़ने वाला एकमात्र रास्ता हम्मीर ब्रिज पर चौड़ाई करण का कार्य चल रहा है। जिसके कारण यहाँ हमेंशा जाम के हालात बने रहते है। इसको देखते हुऐ पिछले दिनों प्रशासन की ओर से सर्किट हाउस के पास से जीनापुर होकर लालसोट मेगा हाईवे पर जाने के रास्ते को दर्शाने वाले साइन बोर्ड लगाये गये। इसके बाद शहर से होकर कोटा, टोंक एवं जयपुर की ओर जाने वाले वाहनों का इस रास्ते पर आना जाना भी शुरू हो गया।
वास्तव में शहर के लोगों के साथ ही बाहर से आने जाने वाले वाहनों के लिए भी यह सुविधा महत्वपूर्ण दिखाई दी। लेकिन इस रास्ते में जीनापुर अण्डर पास में हमेंशा भरा रहने वाला पानी लोगों की परेशानी का कारण बना हुआ है।
यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि अपने निर्माण के बाद से ही इस अण्डर पास में हमेंशा पानी भरा रहता है। इसके चलते वर्षा ऋतु में तो कई महिनों तक यह अण्डर पास मौत का कुआं बन जाता है। जिससे आवाजाही बन्द रहती है। वर्षा के मौसम के बाद अब सर्दी का मौसम भी निकलने वाला है लेकिन अण्डर पास में आज भी पानी भरा हुआ है। लेकिन आज तक न तो जिला प्रशासन और ना ही रेलवे प्रशासन की ओर से इसकी कोई सुध ली गई। न प्रशासन आज तक इस अण्डर पास का पानी निकाल पाया है।
ऐसे में अब क्षेत्र के लोगों ने तथा इस रास्ते से आने जाने वाले लोगों ने जिला प्रशासन, रेलवे प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस समस्या के समाधान के लिए इस अण्डर पास के स्थान पर ओवर ब्रिज बनाने की मांग करते नजर आ रहे हैं।
बहरहाल अब देखते हैं कि इस समस्या पर कौन और कब देख पाता है ?
2014 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 2020 तक उन्होंने दैनिक समाचार पत्र राजस्थान खोज खबर में काम किया। 2021 से 2022 तक दैनिक भास्कर डिजिटल न्यूज और साधना न्यूज़ में। 2021 से अब तक वे आवाज आपकी न्यूज पोर्टल और गंगापुर हलचल (साप्ताहिक समाचार पत्र) में संपादक और पत्रकार हैं। साथ ही स्वतंत्र पत्रकार हैं।