घर का भाग्य नहीं सौभाग्य बनी सृष्टि

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डॉक्टरेट की मानद उपाधि का बनाया विश्व रिकॉर्ड

फरीदाबाद 9 फरवरी। कहते है जब बेटा होता है तो घर का भाग्य उदय होता है पर जब बेटी जन्म लेती है तो भाग्य सौभाग्य बन जाता है। इस बात को चारितार्थ किया फरीदाबाद की सृष्टि गुलाटी ने। हर
घर तिरंगा फाउंडेशन की अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड एम्बेसडर फरीदाबाद की रिकॉर्ड गर्ल सृष्टि का नाम क्रीडेंस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। सृष्टि पुरे विश्व की पहली ऐसी बेटी है जिसको सबसे कम सात वर्ष की उम्र मे ऑनरेरी डॉक्टरेट की मानद उपाधि से विभूषित किया गया है।
सृष्टि के पिता प्रवीन गुलाटी ने बताया कि नन्ही सृष्टि गुलाटी को समाज सेवा मे उत्कृष्ट योगदान और वीडियो सन्देश के माध्यम से जन जागरूकता लाने पर मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड की और से ऑनरेरी डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस रिकॉर्ड के लिए सृष्टि गुलाटी का नाम क्रीडेंस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड मे दर्ज किया गया। सृष्टि फरीदाबाद हरियाणा के ’डी.सी.मॉडल.सीनियर. सेकेंडरी.स्कूल’ की प्रतिभाशाली छात्रा है। रिकॉर्ड बनने के बाद विद्यालय और परिवार मे खुशी का माहौल है। सभी ने एक स्वर मे सृष्टि की प्रशंसा की साथ ही निकट भविष्य मे और भी रिकॉर्ड बनाने के लिए प्रेरित किया। माता प्रिया गुलाटी ने कहा की गर्व है बेटी पर।


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