नाले में पुलिया नहीं लकड़ी के बल्ली के सहारे पुलिया से आवाजाही दुर्घटना का अंदेशा
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत नेवरिया ग्राम सभा में नाले पर पुलिया नहीं होने की वजह से ग्रामीणों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि नाले में पुलिया नहीं होने से ग्रामीणों को तो परेशानी होती ही है लेकिन बरसात के दिनों में स्कूली बच्चों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। किसानों को कृषि संबंधित सामान लाने ले जाने में काफी दिक्कतें होती है क्योंकि 70 फ़ीसदी गांव के किसानों के खेत नाले के उसी पार हैं।.नाले में पुलिया बन जाए इसके लिए जनप्रतिनिधियों के पास बार-बार गुहार लगाई गई कि हमारे गांव के नाले में एक छोटी सी पुलिया बनवा दी जाए लेकिन गांव वालों की गुहार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के कानों तक नहीं पहुंची। जबकि आजादी के 75 साल बाद भी ग्रामीणों को एक छोटी पुलिया की सौगात नहीं मिल पाई है। ग्रामीणों ने थक हार कर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नाले में इस पार से उसे पार तक जाने के लिए यूके लिप्टस लकड़ी की बल्ली रखकर बांस गाड़कर देसी जुगाड़ बना ग्रामीण नाले पर आवाजाही करते हैं। नाले की समस्या के बारे में ग्रामीणों ने आगे बताया कि पुलिया के लिए हम लोग किसके किसके चौखट नहीं गए लेकिन किसी ने नहीं सुनी जबकि प्रत्येक वर्ष इस नाले में आर पार होने के समय गिरकर किसी न किसी की मौत जरूर हो जाती है।अब हम लोगों की उम्मीदें वर्तमान महिला ग्राम प्रधान आशा सिंह के आशा पर टिकी हुई है। क्योंकि 2 वर्ष के कार्यकाल में इन्होंने गांव का चौतरफा विकास किया है जो कई दशकों से विकास ने जन्म ही नहीं लिया था इनके कार्यकाल में विकास का जन्म होना संभव हो पाया है इसलिए हम लोगों को आशा ही नहीं उम्मीद है कि महिला ग्राम प्रधान के अथक परिश्रम से इनके कार्यकाल में नाले पर पुलिया का निर्माण हो जाए तो हम ग्रामीणों को इस समस्या से निजात मिल जाएगी।