भरतपुर लोकसभा चुनाव-2024
रितु बनावत चुना लडी तो परिणाम होगा चौकाने वाला, जाट,जाटव,मुस्लिम,वैश्य,गुर्जर,पण्डित,माली वोट होगा निर्णायक
भरतपुर-(पीडी शर्मा) लोकसभा क्षेत्र अजा वर्ग को आरक्षित है,इस क्षेत्र का चुनाव 19 अप्रेल 2024 को प्रथम चरण में होगा,भाजपा व कांग्रेस ने इस क्षेत्र से अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए है,भाजपा ने बयाना लोकसभा क्षेत्र से 2004 से 2009 तक रहे सांसद रामस्वरूप कोली को तथा कांग्रेस ने कठूमर विधानसभा से साल 2023 में कांग्रेस की रही उम्मीदवार संजना जाटव को उम्मीदवार घोषित किया है। वही बयाना विधानसभा क्षेत्र की निर्दलीय विधायक रितु बनावत ने भी इस लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लडने की घोषणा की है,जिससे भाजपा व कांग्रेस चिन्तित है। यदि ये चुनाव लडी तो चुनाव परिणाम सभी को चौकाने वाला होगा। यदि चुनाव नही लडी तो भाजपा व कांग्रेस के मध्य कडा मुकाबला होगा और भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में जाट,जाटव,मुस्लिम,वैश्य,गुर्जर,पण्डित,माली आदि समाज के वोट निर्णायक होंगे।
भाजपा हर बार बदल रही उम्मीदवार
भाजपा ने भरतपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में निवर्तमान सांसद रंजीता कोली का टिकट काट कर रामस्वरूप कोली को टिकट दिया है। भाजपा हर बार अपना उम्मीदवार बदल रही है। साल 2014 में बयाना लोकसभा सीट समाप्त हो गई और भरतपुर लोकसभा क्षेत्र को अजा वर्ग को आरक्षित कर बयाना लोकसभा क्षेत्र के रहे बयाना,रूपवास,वैर,नदबई विधानसभा तथा अलवर जिले के कठूमर विधानसभा को शामिल कर दिया और साल 2014 में बहादुर सिंह कोली को,साल 2019 में इनका टिकट काट कर दिवंगत सांसद गंगाराम कोली की पुत्रवधू रंजीता कोली दिया। अब पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली को। भाजपा उम्मीदवार रामस्वरूप कोली साल 2004 से 2009 तक बयाना लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके है। इस क्षेत्र में भरतपुर जिले के वैर,बयाना,नदबई,रूपवास,धौलपुर जिले के धौलपुर, राजाखेडा,बाडी तथा दौसा जिले की महवा विधानसभा आदि शामिल थी। उसके बाद इनका टिकट काट दिया गया और साल 2018 में वैर विधानसभा क्षेत्र से इन्हे टिकट दिया गया,जिस में रामस्वरूप कोली को हार का सामना करना पडा,अब 2024 में एक बार और मौका मिला है। जिसकी वजह आरएसएस एवं राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा माना जा रहा है।
सांसद पैंशन पर निर्भर जीवन यापन
भाजपा उम्मीदवार रामस्वरूप कोली का जन्म 15 जनवरी 1965 में कस्वा भुसावर निवासी एक साधारण परिवार में हुआ,जो बेहद गरीब था। खेती व पशुपालन के परिवार का लालन पालन होता। ये पाचं भाई है,सभी के मध्य करीब तीन बीघा भूमि है। कोली को बचपन से ही राजनीति एवं आमजन की मदद करने का शौक था,लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नही थी। ये जीवन ज्ञापन के लिए पान और घडी की दुकान चलाते थे,लेकिन कोली ने न अपनी जिद छोडी और न ही हार मानी। साल 1990 में नगर पालिका भुसावर से पार्षद का लडा और लगातार तीन बार पार्षद रहे। साथ ही आरएसएस और भाजपा से जुडे रहे। आरएसएस में तृतीय वर्ष किया,उसके बाद ये विस्तारक ओर प्रचारक आदि पदों पर कार्य किया। साल 2004 में सांसद चुने जाने के बाद आमजन से जुडे रहे और साल 2014 के बाद इन्हे सांसद पैंशन मिलने लगी। उसी पैंशन से अब ये जीवन ज्ञापन करते है। भाजपा उम्मीदवार रामस्वरूप कोली 2004 . संसद सदस्यए लोकसभा,2004 मानव संसाधन विकास समिति के सदस्य,5 अगस्त 2006 . मानव संसाधन विकास समिति के सदस्य,5 अगस्त 2007 से वर्तमान तक . मानव संसाधन विकास समिति के सदस्य रहे।
दानवीर भी है कोली
भाजपा उम्मीदवार रामस्वरूप कोली की धर्मपत्नि ने कस्वा हलैना में पुराना राजकीय अस्पताल नैशनल हाइवे की सीमा में आने पर उक्त अस्पताल को पैंशन की राशि से भूमि क्रय कर दान की,उक्त भूमि से अस्पताल अन्य स्थान पर चला गया,उसके बाद ये भूमि अब उप तहसील कार्यालय में परिवर्तन हो गई।
संजना जाटव को भाग्य पर विश्वास
कांग्रेस उम्मीदवार संजना जाटव की ससुराल कठूमर विधानसभा तथा मायका वैर विधानसभा क्षेत्र के कस्वा भुसावर में है,ये साल 2023 में कठूमर से कांग्रेस की उम्मीदवार थे,जो कम वोटो से हार गई। कांग्रेस ने साल 2024 में भरतपुर लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया है,जो चुनाव में दुसरी बार अपना भाग्य अजमा रही है और अपने भाग्य पर विश्वास कायम किए हुए है।
रितु बनावत की घोषणा
बयाना विधानसभा से दो बार चुनाव हार कर तीसरी बार विधायक बनी रितु बनावत ने भरतपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लडने की घोषणा की है,ये पहली बार निर्दलीय तथा दुसरी बार भाजपा से विधायक का चुनाव लडी,हार का सामना करना पडा,तीसरी बार में भाजपा ने टिकट नही दिया और बयाना विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लडा,चुनाव जीत गई।