विशाल महा भंडारे में 20 हजार भक्तगणों ने पाई प्रसादी, सैकड़ों प्रतिभाओं को सम्मानित किया
भोजा बाबा के जयकारो से गुंजाय मान हुआ मन्दिर प्रांगण, समाजसेवी नत्थू पटेल, मनोज कुनकटा ने 61 हजार में ली बाबा भोजा की माला
गंगापुर सिटी। हजारों की संख्या में भक्तगणों ने बाबा के दरबार में मत्था टेका।सुबह से ही श्रदालुओं का तांता लगा रहा। दर्शनों के लिए बाबा के दरबार में भीड़ उमड़ पड़ी।सभी ने पंगत में महा प्रसादी पाई।
कुनकटा कलां में बांसरोटा परिवार के गांव कुनकटा, किशन कि झोपड़ी,मच्छीपुरा,कुनकटा खुर्द, मोतीपुरा,बाढ़ नेहरी सहित 46 गांव बांसरोटा की से प्रति वर्ष 26 जनवरी को वीर शिरोमणी भोजा बाबा के विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। इस दौरान 19 जनवरी से श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन भी किया गया। कथा के समापन और मुख्य मेला के अवसर पर विशाल महा भंडारा किया गया।
भोजा बाबा मन्दिर में श्रदालुओ की भीड़ रही और दिनभर भोजा बाबा के जयकारे गूंजते रहे।भक्तगणों का दिनभर तांता लगा रहा जिससे विशाल मेले जैसा माहौल दिखाई दीया।
कार्यक्रम से जुड़े समाजसेवी मनोज कुनकटा ने बताया कि प्रातःकाल बांसरोटा परिवार के पंच पटेलो ने मन्दिर पर पहुंचकर कथा वाचक पंडित रामदयाल शास्त्री के सानिध्य में पूजा अर्चना की गई। पंच पटेलो ने मंदिर में भगवान के दर्शन किए। इसके बाद भोजा बाबा की झांकी सजाई गई। भोजा बाबा के पाठ किए और भगवान से क्षेत्र की खुशहाली, सुख समृद्धि, व उन्नती की प्रार्थना की। इस पहले सात दिवसीय श्रीमद भागवत का आयोजन किया गया।
विशाल महा भंडारे में 20 हजार लोगों ने भाग लिया। शाम 7 बजे तक महाभंडारा चला जिसमें हजारों श्रदालुओं ने प्रसादी पाई। जिसमें धार्मिक सामाजिक समागम देखने को मिला। इस दौरान प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सैंकड़ो प्रतिभाओं को सम्मानित किया। जिसमें कक्षा 10 वी,12 वी, स्नातक, प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित अभ्यर्थियों को मैडल,शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
मुख्य मेले में भोजा बाबा की माला की बोली लगाई गई जिसे समाजसेवी नत्थू पटेल, मनोज कुनकटा ने 61 हजार रुपए में ली। मंदिर कमेटी की ओर से समाजसेवी नत्थू पटेल का माला पहनाकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर रहें। विशिष्ट अतिथि सभापति शिवरतन अग्रवाल रहे।मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर का गांव के पंच पटेलों ने माला एवं साफा पहनाकर स्वागत किया।
मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने सभी से धार्मिक आयोजनों का आव्हान करते हुए कहा कि धर्म की जड़ सदा हरी होती है चाहती ऐसे आयोजनों से न केवल धर्म का प्रचार होता है बल्कि इससे आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ता है उन्होंने सभी से धर्म के मार्ग पर चलते हुए गरीब एवं असहाय हो की सेवा करने का आव्हान किया। साथ ही पूर्व विधायक गुर्जर ने कहा कि आप अपने बच्चों को जीवन में अच्छे संस्कार देना संस्कार ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। अच्छे संस्कारों के माध्यम से ही बच्चे पढ़ लिखकर के अपने माता-पिता का नाम रोशन करते हैं।भागवत कथा में नई ऊर्जा सृजित करने की क्षमता है, इससे सभी को नई प्रेरणा मिलती है। धार्मिक कथा हमें संस्कार के साथ अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित करती है।
समाजसेवी मनोज कुनकटा ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम सामाजिक सरोकारों की भावना को भी बढ़ावा देते हैं।धार्मिक आयोजन एवं पर्व सकारात्मक संदेश देने का भी।धार्मिक कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक विरासत है।इनसे लोक संस्क्रति की झलक मिलती है।इन्हें जीवंत बनाये रखना हमारा दायित्व भी है और फर्ज भी। समाज को आगे बढ़ाने के लिये शिक्षा ही मूलमंत्र हैं, जिससे कमजोर, वंचित एवं पिछड़े वर्ग के लोग भी विकास की मुख्यधारा से जुड़कर अपनी सहभागिता निभा सकें। हम समाज से कुरीतियों को दूर करने एवं अशिक्षा के अंधियारे को मिटाते हुए एक विकसित एवं समृद्धशाली राष्ट्र का निर्माण करने में सहभागिता निभायें।
शिक्षा, राजनीतिक जागृति तथा आर्थिक संपन्नता के साथ-साथ सामाजिक स्थिति व छवि सुधारने की आवश्यकता है। नई पीढ़ी को सभी क्षेत्रों में उन्नति करने के लिए और उन्नत जातियों व समाजों के समक्ष आने के लिए दिखावे व फिजूलखर्ची को रोककर अपने सद्व्यवहार, विनम्रता आदि सद्गुणों से जाति की छवि को आदर्श बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें अतीत की भूलों से सबक लेकर उन्हें दूर करना होगा। हमें व्यक्ति के पद और उसकी महत्वाकांक्षा से दूर होकर उसकी संगठन निष्ठा को मूल्यांकित करना होगा।
कार्यक्रम से जुड़े समाजसेवी मनोज कुनकटा ने बताया कि इस दौरान पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर, सभापति शिवरतन अग्रवाल, राष्ट्रीय संगीतज्ञ हरीराम शरण गुर्जर, मंदिर कमेटी अध्यक्ष रामेश्वर नेताजी, मेला संयोजक मोहरसिंह झोपड़ी,नत्थू पटेल,मदन मेड़िया, पार्षद भवानी सिंह गुर्जर,रामकिशन भोपा,भरत लाल बाढ़,पुरण डीलर,बाबूलाल डीलर,पं.स.सदस्य भगवान सिंह गुर्जर,रामहंश बांसरोटा,धर्मसिंह गुर्जर,धर्मेंद्र बांसरोटा, हरिशंकर गुर्जर,रेखसिंह बांसरोटा,निहाल बांसरोटा, सुमन सिंह गुर्जर,राजेश खन्ना,रॉकी गुर्जर,सीताराम कुनकटा,धारा गुरुजी,बी एल महात्मा,उधम सिंह जपनाम,बनेसिंह गुर्जर सहित 46 गांव बांसरोटा परिवार सहित हजारों भक्तगण मौजूद रहे।