सवाई माधोपुर 1 अप्रैल। जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में एक बाघिन के वन विभाग के ट्रेकिंग कर रहे वोलंटियर पर हमला करने का मामला सामने आया है। हालांकि गनीमत रही कि बाघिन के हमले में वन विभाग का वॉलेंटियर बाल बाल बच गया।
मिली जानकारी के अनुसार रणथंभौर की बाघिन टी 107 सुल्ताना दो दिन से आरओपीटी रेंज से सटे फायरिंग बट क्षेत्र में घूम रही है। जंगल से बाहर आई बाघिन की वन विभाग की टीम के द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही थी। मॉनिटरिंग के दौरान अचानक बाघिन वनकर्मियों की टीम के सामने आ गई। बाघिन सुल्ताना ने आक्रेषित होकर वन विभाग के वोलंटियर रामलाल मीणा पुत्र सांवरलाल मीणा पर झपट्टा मार दिया। इस दौरान रामलाल नीचे बैठ गया जिससे दौसा के निझारणा निवासी रामलाल के सिर पर बाघिन का हल्का पंजा ही लगा और रामलाल के सिर पर हल्की खरोंच आई। झपट्टा मारने के बाद बाघिन जंगल की ओर दौड़ गई।
मॉनिटरिंग में जुटे अन्य वनकर्मियों ने रामलाल को जिला अस्पताल पहुंचाया। रामलाल को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
जानकारी के अनुसार बाघिन सुल्ताना का मूवमेंट अब भी फायरिंग बट क्षेत्र में ही बना हुआ है। ऐसे में वनकर्मी उस पर निगाह रखे हुऐ हैं।
उल्लेखनीय है कि रणथंभौर में बाघ-बाघिनों का कुनबा बढ़ रहा है इससे उनके लिए रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान भी छोट पड़ने लगा है। जिसका उदाहरण है कि हाल में बाघिन एरोहेड का शावक जंगल से निकलकर दुर्ग क्षेत्र में आ गया था। इससे पहले भी शावक का दुर्ग में कई बार मूवमेंट रहा था। शावक के आने की सूचना के बाद वन विभाग द्वारा दुर्ग पहुंचकर शावक की मॉनिटरिंग की।

2014 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 2015 से 2021 तक गंगापुर सिटी पोर्टल (G News Portal) का बतौर एडिटर सञ्चालन किया। 2017 से 2020 तक उन्होंने दैनिक समाचार पत्र राजस्थान खोज खबर में काम किया। 2021 से 2022 तक दैनिक भास्कर डिजिटल न्यूज और साधना न्यूज़ में। 2021 से अब तक वे आवाज आपकी न्यूज पोर्टल और गंगापुर हलचल (साप्ताहिक समाचार पत्र) में संपादक और पत्रकार हैं। साथ ही स्वतंत्र पत्रकार हैं।